Sunday, 3 February 2013

राज्यसभा के उपसभापति पीजे कुरियन को बलात्कार का दोषी साबित करने के लिए आखिर और कितने सुबूत चाहिए ? क्या ये झूठ है की कुरियन का अंडरवियर बलात्कार की जगह से बरामद हुआ था ? आखिर कांग्रेस का हाथ हर बलात्कारी के साथ ही क्यों होता है ? माना की सभी कांग्रेसी बलात्कारी नही होते ..लेकिन जितने भी बलात्कारी है वो कांग्रेसी ही क्यों होते है ?




आखिर 1999 में पीरमेडु की प्रथम श्रेणी न्यायिक अदालत ने कुरियन को प्रथम दृष्टया दोषी करार दिया था .. क्योकि कुरियन के खिलाफ एक दो नही बल्कि सात सुबूत थे ..
फिर अपने एक रिशेदार जज की वजह से कुरियन बरी कैसे हो गये ?
फिर सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पड़ी के बाद भी कांग्रेस पीजे कुरियन को पद से क्यों नही हटाती ?
सुप्रीमकोर्ट ने साफ साफ कहा की पीजे कुरियन के खिलाफ पर्याप्त सुबूत है और केरल हाईकोर्ट ने सुबूतो की अनदेखी की है |

कुरियन के ड्राइवर का बयान भी है जिसमे उसने स्वीकार किया की वो पीजे कुरियन को लेकर लडकी जिस होटल में थी वहाँ गया था |

मित्रो, पुरे देश ही नही बल्कि दुनिया को हिला देने वाला ये बलात्कार केस "सुर्यनल्ली रेप केस" के नाम से जाना जाता है |  16 जनवरी 1996 के दिन एक 16 साल की लडकी "दामिनी" [काल्पनिक नाम] सरकारी बस से अकेले कालेज से घर जा रही थी .. कन्डक्टर ने उसे गलत स्टाप पर उतारकर अपहरण कर लिया फिर उसका बलात्कार किया | फिर उसने उस लडकी को दो लोगो के हवाले कर दिया | उनमें से एक बड़ा वकील और एक महिला थी |उस वकील ने भी उस लडकी का बलात्कार किया .. इस तरह से 40 दरिंदो ने उसके साथ पुरे 42 दिनों तक बलात्कार किया | फिर उन दरिंदो ने उस लडकी को दुसरे दरिंदो को सौप दिया | इस तरह से लडकी को पुरे केरल में अलग अलग जगहों पर ले जाकर बलात्कार किया गया |

26 फरवरी को एक नारियल पानी बेचने वाले की मदद से लडकी दरिंदो के चंगुल से भागने में सफल हो गयी और अपने घर पहुंची |

मीडिया में ये मामला उछलने और केरल सरकार की खूब थू थू से केरल सरकार घबडा गयी .. केरल सरकार ने केरल के जांबाज और ईमानदार आईजी पुलिस सीबी मैथ्यू की अध्यक्षता में एक स्पेशल जाँच टीम बनाई | इस टीम में कई दुसरे जांबाज और ईमानदार पुलिस अधिकारी जिसमे केके जोशुआ जैसे लोग शामिल थे |

टीम ने पुरे केरल में ताबड़तोड़ करवाई की | लेकिन एक दिन जब टीम के लोग लड़की के साथ बैठे थे तभी लडकी एक अख़बार में फोटो देखकर जोर जोर से चिल्लाती हुई भागने लगी फिर बेहोश हो गयी | टीम ने लडकी से पूछा तो पूरा केरल ही नही बल्कि पूरा देश हिल उठा | दरअसल अख़बार में केन्द्रीय मंत्री पीजे कुरियन का फोटो था जिसे देखते ही लडकी बेहोश हो गयी थी | लडकी के कहा की इस व्यक्ति (कुरियन) ने मेरा चार बार बलात्कार पंचायत घर में बंधक बनाकर किया है |

सीबी मैथ्यू ने पंचायत घर पर छापा मारा तो एक कोने में एक अंदरवियर पड़ा था | टेलर के स्टीकर के द्वारा साबित हो गया की वो अंडरवियर पीजे कुरियन का ही था | फिर मैथ्यू ने पीजे कुरियन को गिरफ्तार कर लिया और उनको मंत्री पद से इस्थिपा देना पड़ा |

सीबी मैथ्यू ने जाँच तेज की तो उनको पीजे कुरियन के खिलाफ कई और सुबूत मिले | लड़की ने जो तारीख बताई उस दिन कुरियन उसी शहर में थे | फिर पुलिस ने केन्द्रीय मंत्री कुरियन के पुरे कार्यक्रम के रुपरेखा की जाँच की तो पता चला की कलेक्टर ऑफिस में मंत्री महोदय के शाम 5.30 से लेकर रात 10.30 तक का कोई भी कार्यक्रम दर्ज नही है | फिर जाँच टीम तब और चौक उठी जब कलेक्टर ने बताया की मंत्री जी ने शाम 5.30 को अपनी सुरक्षा और अपना पूरा फ्लीट सर्किट हाउस में ही छोड़ दिया था और बिना किसी सुरक्षा के मंत्री महोदय एक निजी गाड़ी में बैठकर कही चले गये थे |

मंत्री पीजे कुरियन चला अपनी यहां के यात्रा के दौरान आरोप वाले दिन बिना सुरक्षा के शाम 5.30 बजे से रात 10.30 बजे तक कहां गए थे इस बारे में कोई भी संतोषजनक जबाब नही दिया |

इस केस में लडकी के बयान और सुबूतो के आधार पर पुलिस ने कुल 42 लोगो के खिलाफ बलात्कार, अपहरण, जान से मारने की धमकी, गलत तरीके से बंधक बनाने आदि केस में चार्जशीट दायर की | जिसमे पीजे कुरियन का नाम भी था | कुरियन को बलात्कार और सामूहिक बलात्कार के केस में चार्जशीट किया गया था |

फिर तीन साल चले मुकदमे में गवाहों के बयानों, लडकी के बयान और कई अन्य सुबूतो के आधार पर 1999 में पीरमेडु की प्रथम श्रेणी न्यायिक अदालत ने कुरियन को प्रथम दृष्टया दोषी करार दिया | और कुरियन जेल भेज दिए गये |

फिर कुरियन ने पैसे और अपने प्रभाव के दम पर अपने एक जज रिश्तेदार की मदद से केरल हाईकोर्ट से राहत पाने के कामयाब हो गया |

पूरा देश केरल हाईकोर्ट के इस निर्णय से दंग रह गया क्योकि 42 आरोपियों में से 34 आरोपीयो को बरी कर दिया | जबकि उनके खिलाफ कई सुबूत थे |


फिर जब मामला सुप्रीम कोर्ट ने गया तो सुप्रीम कोर्ट ने केरल हाईकोर्ट के फैसले पर भारी नाराजगी दिखाई | और जस्टिस ए के पटनायक वाली खंडपीठ ने केरल हाईकोर्ट से कहा की वो इस मामले में 34 आरोपियों को निर्दोष करार दिए जाने पर जिसमे कुरियन भी है फिर से विचार करे क्योकि सुप्रीमकोर्ट ने प्रथम दृष्टया इन सबके खिलाफ कई सुबूत पाए है |
सुप्रीमकोर्ट के इस आदेश से केरल हाईकोर्ट ने अपने पुराने फैसले को रद्द करते हुए बरी किये गये सभी 34 आरोपियों जिसमे तबके केन्द्रीय मंत्री और वर्तमान में राज्यसभा के उपसभापति पीजे कुरियन भी शामिल है उनको नये सिरे से सम्मन भेजने की तैयारी कर रहा है |

मां-बाप ने किया सुप्रीमकोर्ट के फैसले का स्वागत
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सूर्यनेल्ली गैंगरेप मामले में 35 आरोपियों को बरी करने के हाईकोर्ट के आदेश को बृहस्पतिवार को सुप्रीम कोर्ट द्वारा रद्द करने के फैसले का पीड़ित लड़की के माता-पिता, राजनेताओं और महिला अधिकार कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया है। दूसरी ओर राज्य के मुख्यमंत्री ओमान चांडी ने कहा कि इस मामले में कानून अपना काम करेगा।

इदुक्की जिले के रहने वाले पीड़ित लड़की के पिता ने कहा कि हम भगवान को धन्यवाद देते हैं। न्याय के लिए हमारी प्रार्थनाएं सुन ली गईं हैं। लड़की की मां ने कहा कि लंबे समय तक न्याय के लिए लड़ने के दौरान जिन लोगों ने सहायता की, मैं और मेरे पति उनके आभारी हैं।

इस मामले को आगे ले जाने के लिए पीड़ित लड़की के परिजनों की मदद करने वाले सीपीआई (एम) नेता व पूर्व मुख्यमंत्री वीएस अच्युतानंदन ने कहा कि उन्हें खुशी है कि देर से ही सही, पर न्याय मिला।
दूसरी ओर स्पेशल जांच टीम के सदस्य रहे केके जोशुआ ने कहा कि इस मामले की ठीक से जांच नहीं की गई है। टीम के प्रमुख सिबी मैथ्यू ने यह जानने की कोई कोशिश नहीं की कि उस वक्त केंद्रीय मंत्री रहे कुरियन अपनी यहां की यात्रा के दौरान आरोप वाले दिन बिना सुरक्षा के शाम 5.30 बजे से रात 10.30 बजे तक कहां गए थे। पीड़ित लड़की हमेशा अपने बयान पर कायम रही है और शोषण करने वाले सभी 42 लोगों के नाम बताती रही है।

पीड़ित लडकी के बयान का वीडियो देखे 

http://www.youtube.com/watch?v=J-dl8cVPsYY