मुझे एक सज्जन ने मेल करके बताया की निर्मलजीत सिंह नरुला को सुबोधकांत सहाय ने ही बाबा बनकर कमाई करने की सलाह दी थी और इतना ही नही इसके पीछे सारा इन्वेस्टमेंट इस केन्द्त्रिय मंत्री सुबोधकांत सहाय का ही है ..
अपने शुरूआती दिनों में जब ये निर्मलजीत सिंह बाबा नोयडा के स्टूडियो में किराये के कलाकारों को बुलाकर शूटिंग करवाता था तब इसके पीछे पूरा दिमाग सुबोधकांत सहाय का था |
मित्रों, करीब तीन साल पहले अहमदाबाद में एक ठग अशोक जडेजा लोगो के पैसे माताजी की कृपा से तीन गुना करने का लालच देकर भान्तु समाज के लोगो से अरबो रूपये ठग लिए .. बाद में पुलिस की जाँच में उसने बताया की वो तो सिर्फ एक मोगरा है उसके पीछे भान्तु समाज के कई बड़े नेता थे जो उसको बाबा बनकर कमाई कर रहे थे .. अशोक जडेजा के हिस्से में सिर्फ २०% आता था |
सोचिये , ये निर्मल बाबा हर रोज चार करोड रूपये कम रहा है लेकिन आज तक आयकर विभाग या दूसरे सरकारी महकमों की हिम्मत क्यों नही हो रही है इस पर हाथ डालने की ?
भारतीय मीडिया तो कुत्ता है और ये निर्मल अच्छी तरह जनता है तभी ये हर रोज एक करोड मीडिया के कुतो को चबाने के लिए फेक देता है |
सोचिये जो मीडिया नेपाल जाकर आचार्य बालकृष्ण बचपन में कहाँ पेशाब करते थे वो जगह सूंघ कर पता लगा सकती है और फिर कई दिनों तक ये मीडिया की पेचिस बंद नही होती | वही मीडिया कभी इस निर्मल बाबा के बारे में कोई टाक शो क्यों नही करती ? क्या गोलगप्पे खाने से , कला पर्स और १० के नोट की गद्दी रखने से कृपा आती है ?
1 comment:
बहुत बढ़िया जेपी भाई...
सत्य और सटीक लेख...
पोल खोल दी आपने विज्ञापनी बाबा की..
बाबा धंधे का सबसे ढोंगी बाबा...
मूर्ख बनाऊ बाबा, नीरमल बाबा...
Post a Comment