देखिये,
आज जो कुछ मुंबई मे हुआ वो किसी अनजान भीड़ ने नही किया, बल्कि हर महीने
भारत सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय से करोडो रूपये अनुदान पाने वाली
संस्था इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन ने किया था |
इस संस्था जिसका रजिस्ट्रेशन एक ऐसी संस्था के रूप मे हुआ है जो मुसलमानों के शिक्षा के लिए काम करती है लेकिन इस संस्था का असली मकसद भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाना है |
मित्रों, केन्द्र सरकार ने बिना संसद मे पेश किये ही केबिनेट से एक ऐसा बिल बना दिया है जिससे भारत की सभी अल्पसंख्यक संस्थाओ और संगठनो को जो सरकार से पैसा अनुदान के रूप मे लेती है उन्हें आरटीआई के दायरे से मुक्त कर दिया गया है | मतलब ये संस्थाए अब आज़ाद है ये हमारे ही टैक्स के पैसे से चाहे बम खरीदे चाहे गोले और उनसे हमारी ही सम्पत्ति को आग लगाये उनसे अब कोई भी जानकारी नही ले सकता |
आज जिस संस्था ने मुंबई मे भीड़ जुटाकर करोडो रूपये की सम्पत्ति को आग लगाई और कई लोगो को मारकर घायल किया उसे इसी साल अल्पसंख्यक मंत्रलाय ने पांच करोड बीस लाख रूपये अनुदान दिया था |
इस संस्था जिसका रजिस्ट्रेशन एक ऐसी संस्था के रूप मे हुआ है जो मुसलमानों के शिक्षा के लिए काम करती है लेकिन इस संस्था का असली मकसद भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाना है |
मित्रों, केन्द्र सरकार ने बिना संसद मे पेश किये ही केबिनेट से एक ऐसा बिल बना दिया है जिससे भारत की सभी अल्पसंख्यक संस्थाओ और संगठनो को जो सरकार से पैसा अनुदान के रूप मे लेती है उन्हें आरटीआई के दायरे से मुक्त कर दिया गया है | मतलब ये संस्थाए अब आज़ाद है ये हमारे ही टैक्स के पैसे से चाहे बम खरीदे चाहे गोले और उनसे हमारी ही सम्पत्ति को आग लगाये उनसे अब कोई भी जानकारी नही ले सकता |
आज जिस संस्था ने मुंबई मे भीड़ जुटाकर करोडो रूपये की सम्पत्ति को आग लगाई और कई लोगो को मारकर घायल किया उसे इसी साल अल्पसंख्यक मंत्रलाय ने पांच करोड बीस लाख रूपये अनुदान दिया था |
मुंबई मेसीएसटी स्टेशनपरपाकिस्तानी झंडा फहराते मुस्लिम |
भारत मे अब हिन्दुओ को डर डर कर ही जीना पडेगा | न जाने कब कुछ मुल्लो की हिंसक और दंगाई भीड़ किसी भी शहर की शांति को बर्बाद कर दे |
मित्रों, आज मुसलमानों के एक अजनान से गुट ने आसाम हिंसा और म्यांमार हिंसा पर विरोध प्रदर्शन करने के लिए मुसलमानों से आज़ाद मैदान इक्कठा होकर जुलुस निकालने का कार्यक्रम रखा था |
इसके लिए बकायदा फेसबुक और ट्विटर के साथ मुंबई के हर मस्जिदों के बाहर बड़े बड़े बैनर लगाये गए थे | आसाम मे तो खुद बंगलादेशी मुस्लिम ही हिंसा कर रहे है तो फिर ये आसाम हिंसा का विरोध किस मुंह से कर रहे है ?
मै खुद कई हप्तो से फेसबुक पर कई मुल्लो को मस्जिदों के बाहर बैनर पकड़े जिस पर लिखा था "चलो मुस्लिमो अपने हुकूक के लिए चलो आज़ाद मैदान" फोटो खिचवाते देख रहा था .. तो फिर मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र की कांग्रेस सरकार को क्या इनके बदइरादों के बारे मे पता नही चला ?
ये पचास हज़ार की बड़ी संख्या मे मुंबई के सबसे बड़े बिजनेस केन्द्र दक्षिण मुंबई मे जमकर कर उत्पात मचाये .. बीस के ज्यादा न्यूज़ चनेलो की ओबी वैन और दस पुलिस की गाडियो के आग लगा दी | इतना ही नहीं हिन्दुओ की कई दुकानों को भी आग के हवाले कर दिया | कई पुलिस कर्मी और मीडिया कर्मी गम्भीर रूप से घायल हुए |
चूँकि ये प्रदर्शन मुसलमानों का था और दंगा मुसलमान कर रहे थे इसलिए महाराष्ट्र की कांग्रेस सरकार ने पुलिस को इन पर बल प्रयोग करने की इजाजत नही दी थी | पुलिस को कहा गया था की ये चाहे जितना उत्पात मचाये, चाहे जितना आग लगाये लेकिन इनके उपर कोई बल प्रयोग नही करना है |
असल मे महाराष्ट्र सरकार राजस्थान के गोपालगढ़ की घटना से डरी हुई थी | गोपालगढ़ मे ऐसी ही हिंसक और दंगाई भीड़ को काबू करने के लिए राजस्थान पुलिस ने गोली चलाई थी जिससे १२ मुस्लिम दंगाई मारे गए थे | फिर तो कांग्रेस आलकमान और खासकर राहुल गाँधी ने अशोक गहलोत की खूब खबर ली थी और राजस्थान के गृहमंत्री की कुर्शी चली गयी थी |
मतलब कांग्रेस आलकमान ने कांग्रेसी राज्यों को साफ साफ संदेश दे दिया है की अगर कोई हिंदू भीड़ शांत होकर भी धरना प्रदर्शन करे जैसे पिछले साल रामलीला मैदान मे बाबा रामदेव के अनशन मे हुआ था तो आप उस भीड़ पर एके ५६ से भी गोली चला सकते है और सोये हुए बच्चो और महिलाओ को लाठियो से पीट पीटकर मौत के घाट उतार सकते है तो आपका प्रोमोशन होगा, लेकिन यदि आप किसी हिंसक और दंगाई भीड़ जिसमे मुस्लिम हो यदि उसको काबू मे करने के लिए गोली चलाएंगे तो आपकी कुर्सी जायेगी |
मित्रों, आज ये जो उत्पात और हिंसा का नंगा नाच हुआ वो किसी दूर दराज के एरिया मे नही हुआ था बल्कि देश की आर्थिक राजधानी मुंबई मे हुआ और इसके लिए कई हप्तो से बकायदा एलान किया था |
सोचो मित्रों, यदि हम और इस कांग्रेस को बर्दास्त करते रहेंगे तो जैसे आजकल पाकिस्तान से हिंदू भागकर भारत आकर शरण ले रहे थे कुछ सालो बाद भारत से हिन्दुओ को भागकर दूसरे मुल्को मे शरण लेना पडेगा
मित्रों, आज मुसलमानों के एक अजनान से गुट ने आसाम हिंसा और म्यांमार हिंसा पर विरोध प्रदर्शन करने के लिए मुसलमानों से आज़ाद मैदान इक्कठा होकर जुलुस निकालने का कार्यक्रम रखा था |
इसके लिए बकायदा फेसबुक और ट्विटर के साथ मुंबई के हर मस्जिदों के बाहर बड़े बड़े बैनर लगाये गए थे | आसाम मे तो खुद बंगलादेशी मुस्लिम ही हिंसा कर रहे है तो फिर ये आसाम हिंसा का विरोध किस मुंह से कर रहे है ?
मै खुद कई हप्तो से फेसबुक पर कई मुल्लो को मस्जिदों के बाहर बैनर पकड़े जिस पर लिखा था "चलो मुस्लिमो अपने हुकूक के लिए चलो आज़ाद मैदान" फोटो खिचवाते देख रहा था .. तो फिर मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र की कांग्रेस सरकार को क्या इनके बदइरादों के बारे मे पता नही चला ?
ये पचास हज़ार की बड़ी संख्या मे मुंबई के सबसे बड़े बिजनेस केन्द्र दक्षिण मुंबई मे जमकर कर उत्पात मचाये .. बीस के ज्यादा न्यूज़ चनेलो की ओबी वैन और दस पुलिस की गाडियो के आग लगा दी | इतना ही नहीं हिन्दुओ की कई दुकानों को भी आग के हवाले कर दिया | कई पुलिस कर्मी और मीडिया कर्मी गम्भीर रूप से घायल हुए |
चूँकि ये प्रदर्शन मुसलमानों का था और दंगा मुसलमान कर रहे थे इसलिए महाराष्ट्र की कांग्रेस सरकार ने पुलिस को इन पर बल प्रयोग करने की इजाजत नही दी थी | पुलिस को कहा गया था की ये चाहे जितना उत्पात मचाये, चाहे जितना आग लगाये लेकिन इनके उपर कोई बल प्रयोग नही करना है |
असल मे महाराष्ट्र सरकार राजस्थान के गोपालगढ़ की घटना से डरी हुई थी | गोपालगढ़ मे ऐसी ही हिंसक और दंगाई भीड़ को काबू करने के लिए राजस्थान पुलिस ने गोली चलाई थी जिससे १२ मुस्लिम दंगाई मारे गए थे | फिर तो कांग्रेस आलकमान और खासकर राहुल गाँधी ने अशोक गहलोत की खूब खबर ली थी और राजस्थान के गृहमंत्री की कुर्शी चली गयी थी |
मतलब कांग्रेस आलकमान ने कांग्रेसी राज्यों को साफ साफ संदेश दे दिया है की अगर कोई हिंदू भीड़ शांत होकर भी धरना प्रदर्शन करे जैसे पिछले साल रामलीला मैदान मे बाबा रामदेव के अनशन मे हुआ था तो आप उस भीड़ पर एके ५६ से भी गोली चला सकते है और सोये हुए बच्चो और महिलाओ को लाठियो से पीट पीटकर मौत के घाट उतार सकते है तो आपका प्रोमोशन होगा, लेकिन यदि आप किसी हिंसक और दंगाई भीड़ जिसमे मुस्लिम हो यदि उसको काबू मे करने के लिए गोली चलाएंगे तो आपकी कुर्सी जायेगी |
मित्रों, आज ये जो उत्पात और हिंसा का नंगा नाच हुआ वो किसी दूर दराज के एरिया मे नही हुआ था बल्कि देश की आर्थिक राजधानी मुंबई मे हुआ और इसके लिए कई हप्तो से बकायदा एलान किया था |
सोचो मित्रों, यदि हम और इस कांग्रेस को बर्दास्त करते रहेंगे तो जैसे आजकल पाकिस्तान से हिंदू भागकर भारत आकर शरण ले रहे थे कुछ सालो बाद भारत से हिन्दुओ को भागकर दूसरे मुल्को मे शरण लेना पडेगा
मुस्लिमो की भीड़ ने मीडिया की ओबी बैन को आग लगा दी |
ये पाकिस्तानी झंडे कश्मीर मे नही बल्कि मुंबई मे लहराए जा रहे है |
फेसबुक और ट्विटर पर ऐसे फोटो लगभग हर मुस्लिम के वाल पर है |
5 comments:
राम जाने पता नही इस देश का क्या होने वाला है....!!!!!!!
sab hinduon ne ekjut hokar congress ko vote na karne ka faisla karna chahiye jab tak congress is deshpar raj karegi tab tak in ghatnaon ko kabu me na laya la ja sakega......... ......... aisi ghatna agar hoti hai to sarkar ki rah na dekh hamko hi kuchh karana padega....!!!!!!!!!!!!
लातो के भूत बातों से कहा मानेंगे......
कहते है ना विनाशकाले विपरीत बुद्दी, तो समझ लो जितेंद्रभाई इनका विनाश अब बहुत नजदीक है....
जयहिन्द
vinod bhai..vinash krna prega.. kisi jadu ke intzaar se nhi hoga .. sb to ek jut ho kr ek hi party ko vote dena hog.. wo bhi min 95%.. otherwise no hope.. it is extremely tough to attain as hindu is still sleepin in deep sleep.. no one care.. if his brother is in problem...
यदि सिंह अहिंसक हो जाए, गीदड़ भी शौर्य दिखाते हैं,
यदि गरुड़ संत सन्यासी हो, बस सर्प पनपते जाते हैं l
इस शांति अहिंसा के द्वारा अपना विनाश आरंभ हुआ,
जब से अशोक ने शस्त्र तजे, भारत विघटन प्रारंभ हुआ.....
हिन्दू कायर नहीं परन्तु उसको अब उस गाँधी की शांति का साथ छोड़ना पड़ेगा,,, इस शांति ने हिन्दू योधा को नपुंसक बना दिया है,,भारत वीरों की भूमि है,,,परन्तु समय की मार और स्वार्थी लोगों के हाथ में शासन की बागडोर ने योधाओं की वीरता की परिभाषा ही बदल दी है,,,समस्त स्वतंत्रता संग्रामीयों ने आने वाली पिडिओं को वीरता का सन्देश और मार्गदर्शन दिया,,मरना तो है तो क्यों न योधाओं की भांति वीरगति को प्राप्त करें, उन के लहू में सदा यह अहसास रहे की हम वीरों की संतान हैं,,,परन्तु इसी वीर भूमि पर एक कायर ने जन्म लिया,,नाम था करम चाँद गाँधी,,,,,, इस ने इस भारत की मिटी को कायरता का वरदान दिया,,यदि एक तरफ कोई मारे तो दूसरी तरफ भी मारने को बोलो,,वाह !! क्या घुट्टी पिलाई सब के सब नपुंसक बना दिए,,,आजादी की लड़ाई में लड़ने वाले लड़े और मारने वाले मरे,,इस गाँधी ने एसा कोन सा तीर मारा था,,जो इसको पुरे राष्ट्र का बापू बना दिया और आज इसकी फोटो नोटों पर छापी जाती है,,,शोध का विषय है,,,,अपने आपको पहचानना होगा,,आतम मंथन अति आवश्यक है,,,वर्ना कायर को क्या भीड़ में धक्के खाते रहेंगे युगों युगों तक ,,
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