Saturday 21 May 2011

टाइम मैगजीन ने ए राजा को दुनिया का दूसरा भ्रष्ट राजनेता घोषित किया !! सोनिया और मनमोहन उदास !!

टाइम मैगजीन ने ए राजा को दुनिया का दूसरा भ्रष्ट राजनेता घोषित किया !! सोनिया और मनमोहन उदास !!

आज कल सोनिया गाँधी मंद मोहन सिंह बहुत उदास और गुस्से में है .. तीन चार दिन से उन्होंने कुछ भी नहीं खाया .. फिर उनके चमचे और राहुल बाबा भागे भागे मम्मी के पास गए .. मम्मी ने बोला देखो बेटा ये अमेरिका वाले कितने मुर्ख और नालायक है . इन्होने मेरे मेहनत पर पानी फेर दिया .. फिर मंद मोहन सिंह बोले राहुल बाबा अब वक़्त आ गया है हमे अमेरिका के साथ सारे राजनितिक और कुटनीतिक सम्बन्ध तोड़ लेने चाहिए .. इन लोगो ने राजा को विश्व के दुसरे भ्रष्ट राजनेता का ख़िताब देकर कांग्रेस का अपमान किया है .. विश्व के दुसरे भ्रष्ट नेता का ख़िताब तो मुझे और सोनिया जी को मिलना चाहिए ..

फिर अब हम क्या करे ? राहुल बाबा बोले !! मै कुछ तथ्य लेकर अपनी एक हाई लेवल टीम को अभी अमेरिका रवाना करती हूँ .. सोनिया जी ने तुरंत अहमद पटेल को आदेश दिया ..
अहमद पटेल जी निम्न बाते लिखकर आप तुरंत अमेरिका जाइये और टाइम मैगजीन को बोलिए कि मुझे और मनमोहन सिंह जी की क्षमता और प्रतिभा को कम ना आंके ..

1 - यदि मै [सोनिया ] और मनमोहन जी अपनी आंखे बंद करके ना रखते तो क्या राजा इतना बड़ा घोटाला कर पाते ?

2 - इस घोटाले की मास्टर माईंड तो हम ही है राजा तो एक प्यादा है ..

3 - सुब्रमण्यम स्वामी जी ने 2 साल पहले ही प्रधानमंत्री कार्यालय को चिठ्ठी लिखकर इस घोटाले की जानकारी दी थी तो हमने ही सब कुछ जानते हुए उस चिठ्ठी को फेक दिया तो राजा दोषी कैसे हुआ ?

4 - एक बहुत की ईमानदार और काबिल मंत्री दयानिधि मारन जो इस घोटाले को नहीं होने दिए उन्हें हटाकर हमने ही प्यादा "राजा " को मंत्री बनाया ..तो फिर ताज राजा को क्यों ?

5 - जब कैग ने घोटाले पर सरकार का धयान आकर्षित किया तो हमारे ही ईशारे पर सरकार ने कैग की रिपोर्ट को झूठा करार दिया तो ताज राजा को क्यों ?

6 - इस घोटाले से सबसे बड़े और अहम् गवाह सादिक बाचा को हमने की मौत के घाट उतार दिया तो ताज राजा को क्यों ?

7 - विपक्ष के इतने हंगामे और संसद को ठप करने के वावजूद हमने 1 साल तक कोई जाँच नहीं की तो फिर ताज हमें क्यों नहीं मिला ?
8 - हमारे संविधान में साफ साफ लिखा है कि प्रधानमंत्री मंत्रिमंडल का मुखिया है, किसी भी मंत्री के क्रिया कलापों का जिम्मेदार प्रधानमंत्री होता है .. तो ताज का हक़दार राजा कैसे हुआ ?

9 - जब PAC के रिपोर्ट ने भी प्रधानमंत्री को दोषी माना है तो ताज का हक़दार कौन है ?

10 - एक लाख छिहत्तर करोड़ का घोटाला क्या बिना सोनिया और प्रधानमंत्री को हिस्सा दिए हो सकता है ?

11 - इस घोटाले में सिर्फ संचार मंत्रालय की ही भूमिका नहीं है .. तमाम फर्जी कंपनियों को मंजूरी तो कम्पनी मंत्रालय देती है तो फिर राजा को ताज क्यों मिल रहा है ?

12 - ये बात सबको मालूम है की स्पेक्ट्रम बटवारे की फाइल पर अंतिम दस्तखत तो प्रधानमंत्री ही करते है और किया भी तो क्या मनमोहन सिंह नाबालिक है की बिना पढ़े ही दस्तखत कर दिए ?
तो भ्रष्ट राजनेता का ताज का असली हक़दार कौन हुआ ?

13 - स्पेक्ट्रम बटवारे की फाइल 6 महीने तक प्रधानमंत्री कार्यालय में पड़ी रही [ इस बीच मोल भाव चल रहा था ] तो क्या प्रधानमंत्री जी इतने समय तक पता नहीं चला सके की सच क्या है ?

अहमद पटेल जी उपर लिखी सारे तथ्य लेकर तुरंत अमेरिका रवाना हो गए .. जहा वे टाइम के संपादको को मिलकर सोनिया जी औए मनमोहन सिंह की असलियत बताएँगे ताकि जो दुनिया के दुसरे भ्रष्ट राजनेता के ताज देने में जो अमेरिका वालों ने बेईमानी की है वो ठीक हो सके ..

अरे भाई जिस ताज के हक़दार सोनिया जी और मनमोहन सिंह सम्मिलित रूप से है वो ताज किसी और को क्यों दी गई ? क्यों अमेरिका वालों ने हमारे महान नेताओ का अपमान किया है ?

Tuesday 17 May 2011

रिश्तों के आईने में 'हिंदू विरोधी' मीडिया

रिश्तों के आईने में 'हिंदू विरोधी' मीडिया

by Jitendra Pratap Singh on Wednesday, April 27, 2011 at 6:37pm

रिश्तों के आईने में 'हिंदू विरोधी' मीडिया

by Jitendra Pratap Singh

यह बात साबित हो चुकी है कि मीडिया का एक खास वर्ग हिन्दुत्व का विरोधी है, इस वर्ग के लिये भाजपा-संघ के बारे में नकारात्मक प्रचार करना, हिन्दू धर्म, हिन्दू देवताओं, हिन्दू रीति-रिवाजों, हिन्दू साधु-सन्तों सभी की आलो...चना करना एक “धर्म" के समान है। इसका कारण हैं, कम्युनिस्ट-चर्चपरस्त-मुस्लिमपरस्त-तथ...ाकथित सेकुलरिज़्म परस्त लोगों की आपसी रिश्तेदारी, सत्ता और मीडिया पर पकड़ और उनके द्वारा एक “गैंग" बना लिया जाना। यदि कोई समूह या व्यक्ति इस गैंग के सदस्य बन जायें, प्रिय पात्र बन जायें तब उनके और उनकी बिरादरी के खिलाफ़ कोई खबर आसानी से नहीं छपती। जबकि हिन्दुत्व पर ये सब लोग मिलजुलकर हमला बोलते हैं। ठीक वैसे ही  जैसे जब किसी गली का कोई एक कुत्ता भोकने लगता है तो गली के सारे के सारे कुत्ते एक साथ भोकने लगते है ...

इन रिश्तेदारियों पर एक नज़र डालिये। आप खुद ही समझ जायेंगे कि कैसे और क्यों “मीडिया का अधिकांश हिस्सा हिन्दुओं और हिन्दुत्व का विरोधी है। किस तरह इन लोगों ने एक 'नापाक गठजोड़' तैयार कर लिया है। किस तरह ये सब लोग मिलकर सत्ता संस्थान के शिखर के करीब रहते हैं। किस तरह से इन प्रभावशाली (?) लोगों का सरकारी नीतियों में दखल होता है।

पेश हैं रिश्ते ही रिश्ते........

(दीवारों पर लिखा होता है वैसे वाले नहीं, ये हैं असली रिश्ते)

-सुज़ाना अरुंधती रॉय, प्रणव रॉय (NDTV) की भांजी हैं।

-प्रणव रॉय “काउंसिल ऑन फ़ॉरेन रिलेशन्स" के इंटरनेशनल सलाहकार बोर्ड के सदस्य हैं।

-इसी बोर्ड के एक अन्य सदस्य हैं मुकेश अम्बानी।

-प्रणव रॉय की पत्नी हैं राधिका रॉय।

-राधिका रॉय, बृन्दा करात की बहन हैं।

-बृन्दा करात, प्रकाश करात (CPI) की पत्नी हैं।

-प्रकाश करात चेन्नै के “डिबेटिंग क्लब" के सदस्य थे।

-एन राम, पी चिदम्बरम और मैथिली शिवरामन भी इस ग्रुप के सदस्य थे।

-इस ग्रुप ने एक पत्रिका शुरु की थी “रैडिकल रीव्यू"।

-CPI(M) के एक वरिष्ठ नेता सीताराम येचुरी की पत्नी हैं सीमा चिश्ती।

-सीमा चिश्ती इंडियन एक्सप्रेस की “रेजिडेण्ट एडीटर" हैं।

-बरखा दत्त NDTV में काम करती हैं।

-बरखा दत्त की माँ हैं प्रभा दत्त।

-प्रभा दत्त हिन्दुस्तान टाइम्स की मुख्य रिपोर्टर थीं।

-राजदीप सरदेसाई पहले NDTV में थे, अब CNN-IBN के हैं।

-राजदीप सरदेसाई की पत्नी हैं सागरिका घोष।

-सागरिका घोष के पिता हैं दूरदर्शन के पूर्व महानिदेशक भास्कर घोष।

-सागरिका घोष की आंटी रूमा पॉल हैं।

-रूमा पॉल उच्चतम न्यायालय की पूर्व न्यायाधीश हैं।

-सागरिका घोष की दूसरी आंटी अरुंधती घोष हैं।
-अरुंधती घोष संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थाई प्रतिनिधि हैं।
-CNN-IBN का “ग्लोबल बिजनेस नेटवर्क" (GBN) से व्यावसायिक समझौता है।
-GBN टर्नर इंटरनेशनल और नेटवर्क-18 की एक कम्पनी है।
-NDTV भारत का एकमात्र चैनल है जो “अधिकृत रूप से" पाकिस्तान में दिखाया जाता है।
-दिलीप डिसूज़ा PIPFD (Pakistan-India Peoples’ Forum for Peace and Democracy) के सदस्य हैं।
-दिलीप डिसूज़ा के पिता हैं जोसेफ़ बेन डिसूज़ा।
-जोसेफ़ बेन डिसूज़ा महाराष्ट्र सरकार के पूर्व सचिव रह चुके हैं।

-तीस्ता सीतलवाड भी PIPFD की सदस्य हैं।

-तीस्ता सीतलवाड के पति हैं जावेद आनन्द।

-जावेद आनन्द एक कम्पनी सबरंग कम्युनिकेशन और एक संस्था “मुस्लिम फ़ॉर सेकुलर डेमोक्रेसी" चलाते हैं।

-इस संस्था के प्रवक्ता हैं जावेद अख्तर।

-जावेद अख्तर की पत्नी हैं शबाना आज़मी।

-करण थापर ITV के मालिक हैं।

-ITV बीबीसी के लिये कार्यक्रमों का भी निर्माण करती है।

-करण थापर के पिता थे जनरल प्राणनाथ थापर (1962 का चीन युद्ध इन्हीं के नेतृत्व में हारा गया था)।

-करण थापर बेनज़ीर भुट्टो और ज़रदारी के बहुत अच्छे मित्र हैं।

-करण थापर के मामा की शादी नयनतारा सहगल से हुई है।
-नयनतारा सहगल, विजयलक्ष्मी पंडित की बेटी हैं।
-विजयलक्ष्मी पंडित, जवाहरलाल नेहरू की बहन हैं।

-मेधा पाटकर नर्मदा बचाओ आन्दोलन की मुख्य प्रवक्ता और कार्यकर्ता हैं।
-नबाआं को मदद मिलती है पैट्रिक मेकुल्ली से जो कि “इंटरनेशनल रिवर्स नेटवर्क (IRN)” संगठन में हैं।
-अंगना चटर्जी IRN की बोर्ड सदस्य हैं।

-अंगना चटर्जी PROXSA (Progressive South Asian Exchange Network) की भी सदस्य हैं।

-PROXSA संस्था, FOIL (Friends of Indian Leftist) से पैसा पाती है।

-अंगना चटर्जी के पति हैं रिचर्ड शेपायरो।

-FOIL के सह-संस्थापक हैं अमेरिकी वामपंथी बिजू मैथ्यू।

-राहुल बोस (अभिनेता) खालिद अंसारी के रिश्ते में हैं।

-खालिद अंसारी “मिड-डे" पब्लिकेशन के अध्यक्ष हैं।

-खालिद अंसारी एमसी मीडिया लिमिटेड के भी अध्यक्ष हैं।

-खालिद अंसारी, अब्दुल हमीद अंसारी के पिता हैं।

-अब्दुल हमीद अंसारी कांग्रेसी हैं।

-एवेंजेलिस्ट ईसाई और हिन्दुओं के खास आलोचक जॉन दयाल मिड-डे के दिल्ली संस्करण के प्रभारी हैं।

-नरसिम्हन राम (यानी एन राम) दक्षिण के प्रसिद्ध अखबार “द हिन्दू" के मुख्य सम्पादक हैं।

-एन राम की पहली पत्नी का नाम है सूसन।

-सूसन एक आयरिश हैं जो भारत में ऑक्सफ़ोर्ड पब्लिकेशन की इंचार्ज हैं।

-विद्या राम, एन राम की पुत्री हैं, वे भी एक पत्रकार हैं।

-एन राम की हालिया पत्नी मरियम हैं।

-त्रिचूर में आयोजित कैथोलिक बिशपों की एक मीटिंग में एन राम, जेनिफ़र अरुल और केएम रॉय ने भाग लिया है।

-जेनिफ़र अरुल, NDTV की दक्षिण भारत की प्रभारी हैं।

-जबकि केएम रॉय “द हिन्दू" के संवाददाता हैं।

-केएम रॉय “मंगलम पब्लिकेशन" के सम्पादक मंडल सदस्य भी हैं।

-मंगलम ग्रुप पब्लिकेशन एमसी वर्गीज़ ने शुरु किया है।

-केएम रॉय को “ऑल इंडिया कैथोलिक यूनियन लाइफ़टाइम अवार्ड" से सम्मानित किया गया है।
-“ऑल इंडिया कैथोलिक यूनियन" के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं जॉन दयाल।

-जॉन दयाल “ऑल इंडिया क्रिश्चियन काउंसिल" (AICC) के सचिव भी हैं।

-AICC के अध्यक्ष हैं डॉ जोसेफ़ डिसूज़ा।

-जोसेफ़ डिसूज़ा ने “दलित फ़्रीडम नेटवर्क" की स्थापना की है।

-दलित फ़्रीडम नेटवर्क की सहयोगी संस्था है “ऑपरेशन मोबिलाइज़ेशन इंडिया" (OM India)।

-OM India के दक्षिण भारत प्रभारी हैं कुमार स्वामी।

-कुमार स्वामी कर्नाटक राज्य के मानवाधिकार आयोग के सदस्य भी हैं।

-OM India के उत्तर भारत प्रभारी हैं मोजेस परमार।

-OM India का लक्ष्य दुनिया के उन हिस्सों में चर्च को मजबूत करना है, जहाँ वे अब तक नहीं पहुँचे हैं।

-OMCC दलित फ़्रीडम नेटवर्क (DFN) के साथ काम करती है।

-DFN के सलाहकार मण्डल में विलियम आर्मस्ट्रांग शामिल हैं।

-विलियम आर्मस्ट्रांग, कोलोरेडो (अमेरिका) के पूर्व सीनेटर हैं और वर्तमान में कोलोरेडो क्रिश्चियन यूनिवर्सिटी के प्रेसीडेण्ट हैं। यह यूनिवर्सिटी विश्व भर में ईसा के प्रचार हेतु मुख्य रणनीतिकारों में शुमार की जाती है।

-DFN के सलाहकार मंडल में उदित राज भी शामिल हैं।

-उदित राज के जोसेफ़ पिट्स के अच्छे मित्र भी हैं।

-जोसेफ़ पिट्स ने ही नरेन्द्र मोदी को वीज़ा न देने के लिये कोंडोलीज़ा राइस से कहा था।

-जोसेफ़ पिट्स “कश्मीर फ़ोरम" के संस्थापक भी हैं।

-उदित राज भारत सरकार के नेशनल इंटीग्रेशन काउंसिल (राष्ट्रीय एकता परिषद) के सदस्य भी हैं।

-उदित राज कश्मीर पर बनी एक अन्तर्राष्ट्रीय समिति के सदस्य भी हैं।

-सुहासिनी हैदर, सुब्रह्मण्यम स्वामी की पुत्री हैं।

-सुहासिनी हैदर, सलमान हैदर की पुत्रवधू हैं।

-सलमान हैदर, भारत के पूर्व विदेश सचिव रह चुके हैं, चीन में राजदूत भी रह चुके हैं।

-रामोजी ग्रुप के मुखिया हैं रामोजी राव।

-रामोजी राव “ईनाडु" (सर्वाधिक खपत वाला तेलुगू अखबार) के संस्थापक हैं।

-रामोजी राव ईटीवी के भी मालिक हैं।

-रामोजी राव चन्द्रबाबू नायडू के परम मित्रों में से हैं।

-डेक्कन क्रॉनिकल के चेयरमैन हैं टी वेंकटरमन रेड्डी।

-रेड्डी साहब कांग्रेस के पूर्व राज्यसभा सदस्य हैं।

-एमजे अकबर डेक्कन क्रॉनिकल और एशियन एज के सम्पादक हैं।
-एमजे अकबर कांग्रेस विधायक भी रह चुके हैं।

-एमजे अकबर की पत्नी हैं मल्लिका जोसेफ़।

-मल्लिका जोसेफ़, टाइम्स ऑफ़ इंडिया में कार्यरत हैं।

-वाय सेमुअल राजशेखर रेड्डी आंध्र-प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं।

-सेमुअल रेड्डी के पिता राजा रेड्डी ने पुलिवेन्दुला में एक डिग्री कालेज व एक पोलीटेक्नीक कालेज की स्थापना की।

-सेमुअल रेड्डी ने कहा है कि आंध्रा लोयोला कॉलेज में पढ़ाई के दौरान वे इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने उक्त दोनों कॉलेज लोयोला समूह को दान में दे दिये।
-सेमुअल रेड्डी की बेटी हैं शर्मिला।

-शर्मिला की शादी हुई है “अनिल कुमार" से। अनिल कुमार भी एक धर्म-परिवर्तित ईसाई हैं जिन्होंने “अनिल वर्ल्ड एवेंजेलिज़्म" नामक संस्था शुरु की और वे एक सक्रिय एवेंजेलिस्ट (कट्टर ईसाई धर्म प्रचारक) हैं।
-सेमुअल रेड्डी के पुत्र जगन रेड्डी युवा कांग्रेस नेता हैं।

-जगन रेड्डी “जगति पब्लिकेशन प्रा. लि.” के चेयरमैन हैं।

-भूमना करुणाकरा रेड्डी, सेमुअल रेड्डी की करीबी हैं।

-करुणाकरा रेड्डी, तिरुमला तिरुपति देवस्थानम की चेयरमैन हैं।

-चन्द्रबाबू नायडू ने आरोप लगाया था कि “लैंको समूह" को जगति पब्लिकेशन्स में निवेश करने हेतु दबाव डाला गया था।
-लैंको कम्पनी समूह, एल श्रीधर का है।
-एल श्रीधर, एल राजगोपाल के भाई हैं।

-एल राजगोपाल, पी उपेन्द्र के दामाद हैं।

-पी उपेन्द्र केन्द्र में कांग्रेस के मंत्री रह चुके हैं।

-सन टीवी चैनल समूह के मालिक हैं कलानिधि मारन
-कलानिधि मारन एक तमिल दैनिक “दिनाकरन" के भी मालिक हैं।

-कलानिधि के भाई हैं दयानिधि मारन।

-दयानिधि मारन केन्द्र में संचार मंत्री थे।

-कलानिधि मारन के पिता थे मुरासोली मारन।

-मुरासोली मारन के चाचा हैं एम करुणानिधि (तमिलनाडु के मुख्यमंत्री)।
-करुणानिधि ने "कैलाग्नार टीवी" का उदघाटन किया।

-कैलाग्नार टीवी के मालिक हैं एम के अझागिरी।

-एम के अझागिरी, करुणानिधि के पुत्र हैं।

-करुणानिधि के एक और पुत्र हैं एम के स्टालिन।

-स्टालिन का नामकरण रूस के नेता के नाम पर किया गया।

-कनिमोझि, करुणानिधि की पुत्री हैं, और केन्द्र में राज्यमंत्री हैं।

-कनिमोझी, “द हिन्दू" अखबार में सह-सम्पादक भी हैं।

-कनिमोझी के दूसरे पति जी अरविन्दन सिंगापुर के एक जाने-माने व्यक्ति हैं।

-स्टार विजय एक तमिल चैनल है।

-विजय टीवी को स्टार टीवी ने खरीद लिया है।
-स्टार टीवी के मालिक हैं रूपर्ट मर्डोक।

-Act Now for Harmony and Democracy (अनहद) की संस्थापक और ट्रस्टी हैं शबनम हाशमी।

-शबनम हाशमी, गौहर रज़ा की पत्नी हैं।

-“अनहद" के एक और संस्थापक हैं के एम पणिक्कर।

-के एम पणिक्कर एक मार्क्सवादी इतिहासकार हैं, जो कई साल तक ICHR में काबिज रहे।
-पणिक्कर को पद्मभूषण भी मिला।
-हर्ष मन्दर भी “अनहद" के संस्थापक हैं।

-हर्ष मन्दर एक मानवाधिकार कार्यकर्ता हैं।

-हर्ष मन्दर, अजीत जोगी के खास मित्र हैं।

-अजीत जोगी, सोनिया गाँधी के खास हैं क्योंकि वे ईसाई हैं और इन्हीं की अगुआई में छत्तीसगढ़ में जोर-शोर से धर्म-परिवर्तन करवाया गया और बाद में दिलीपसिंह जूदेव ने परिवर्तित आदिवासियों की हिन्दू धर्म में वापसी करवाई।

-कमला भसीन भी “अनहद" की संस्थापक सदस्य हैं।

-फ़िल्मकार सईद अख्तर मिर्ज़ा “अनहद" के ट्रस्टी हैं।

-मलयालम दैनिक “मातृभूमि" के मालिक हैं एमपी वीरेन्द्रकुमार

-वीरेन्द्रकुमार जद(से) के सांसद हैं (केरल से)
-केरल में देवेगौड़ा की पार्टी लेफ़्ट फ़्रण्ट की साझीदार है।

-शशि थरूर पूर्व राजनैयिक हैं।

-चन्द्रन थरूर, शशि थरूर के पिता हैं, जो कोलकाता की आनन्दबाज़ार पत्रिका में संवाददाता थे।

-चन्द्रन थरूर ने 1959 में द स्टेट्समैन की अध्यक्षता की।

-शशि थरूर के दो जुड़वाँ लड़के ईशान और कनिष्क हैं, ईशान हांगकांग में “टाइम्स" पत्रिका के लिये काम करते हैं।
-कनिष्क लन्दन में “ओपन डेमोक्रेसी" नामक संस्था के लिये काम करते हैं।

-शशि थरूर की बहन शोभा थरूर की बेटी रागिनी (अमेरिकी पत्रिका) “इंडिया करंट्स" की सम्पादक हैं।
-परमेश्वर थरूर, शशि थरूर के चाचा हैं और वे “रीडर्स डाइजेस्ट" के भारत संस्करण के संस्थापक सदस्य हैं।

-शोभना भरतिया हिन्दुस्तान टाइम्स समूह की अध्यक्ष हैं।

-शोभना भरतिया केके बिरला की पुत्री और जीड़ी बिरला की पोती हैं

-शोभना राज्यसभा की सदस्या भी हैं जिन्हें सोनिया ने नामांकित किया था।

-शोभना को 2005 में पद्मश्री भी मिल चुकी है।

-शोभना भरतिया सिंधिया परिवार की भी नज़दीकी मित्र हैं।

-करण थापर भी हिन्दुस्तान टाइम्स में कालम लिखते हैं।

-पत्रकार एन राम की भतीजी की शादी दयानिधि मारन से हुई है।

*न्यूज़ 24 की चेयरमेन है अनुराधा प्रसाद

*अनुराधा प्रसाद कांग्रेस नेता और राहुल बाबा के तलवे चट्टू चमचे राजीव शुक्ल की पत्नी है

*राजीव शुक्ल राजनीती में आने से पहले इ -टीवी हिंदी में झोला छाप पत्रकार थे
*राजीव शुक्ल ने राहुल गाँधी और सोनिया गाँधी को मीडिया में किसी भी तरह लाने के लिए पत्रकारिता के सारे मूल्यों और सिधान्तो को ताक पर रख दिया

*कई बार तो वे राहुल गाँधी के जूठे प्लेट उठाते और उनके जूते साफ करते भी देखे गए

*उसके इनाम में राहुल गाँधी ने उन्हें राज्य सभा का सदस्य और BCCI का वाइस प्रेसिडेंट बना दिया

*कुछ दिन पहले राहुल गाँधी के काफिले से एक आदमी घायल हो गया था
*राहुल गाँधी ने 100 नंबर पर कॉल करके अम्बुलेंस बुला लिया
*न्यूज़ 24 ने इसे "राहुल गाँधी की महानता " के तौर पर दो दिन तक दिखाया

*प्रभु चावला पहले आज तक में थे

*प्रभु चावला के बेटे के नाम है अंकुर चावला

*अंकुर चावला दिल्ली में सत्ता न जाना माना दलाल है

*नीरा राडिया टेप में प्रभु चावला का भी नाम आया
*आज तक ने प्रभु चावला को निकाल दिया
*अभी प्रभु चावला इ टीवी में है

दोस्तों ये हमारे देश के मीडिया की बहुत ही गन्दी और भयावह सच्चाई है
आज मीडिया और मीडिया के लोग " कुत्ते " है
रोटी फेको तो दम हिलाकर आ जायेंगे .
अगर है गलत हूँ तो कृपया नेट पर नीरा राडिया का टेप सुने ..
फिर सोचे की आज की बरखाये ,, राजदीप ,, प्रभु चावला ..वीर संघवी पत्रकार है कि कुत्ते ???

शर्म है आज की इस घटिया और गन्दी मीडिया पर........

Wednesday 11 May 2011

कुरान की चौबीस आयतें और उन पर दिल्ली कोर्ट का फैसला

कुरान की चौबीस आयतें और उन पर दिल्ली कोर्ट का फैसला

श्री इन्द्रसेन (तत्कालीन उपप्रधान हिन्दू महासभा दिल्ली) और राजकुमार ने कुरान मजीद (अनु. मौहम्मद फारुख खां, प्रकाशक मक्तबा अल हस्नात, रामपुर उ.प्र. १९६६) की कुछ निम्नलिखित आयतों का एक पोस्टर छापा जिसके कारण इन दोनों पर इण्डियन पीनल कोड की धारा १५३ए और २६५ए के अन्तर्गत (एफ.आई.आर. २३७/८३यू/एस, २३५ए, ...१ पीसी होजकाजी, पुलिस स्टेशन दिल्ली) में मुकदमा चलाया गया।



1- ''फिर, जब हराम के महीने बीत जाऐं, तो 'मुश्रिको' को जहाँ-कहीं पाओ कत्ल करो, और पकड़ो और उन्हें घेरो और हर घातकी जगह उनकी ताक में बैठो। फिर यदि वे 'तौबा' कर लें 'नमाज' कायम करें और, जकात दें तो उनका मार्ग छोड़ दो। निःसंदेह अल्लाह बड़ा क्षमाशील और दया करने वाला है।'' (पा० १०, सूरा. ९, आयत ५,२ख पृ. ३६८)




2- ''हे 'ईमान' लाने वालो! 'मुश्रिक' (मूर्तिपूजक) नापाक हैं।'' (१०.९.२८ पृ. ३७१)




3- ''निःसंदेह 'काफिर तुम्हारे खुले दुश्मन हैं।'' (५.४.१०१. पृ. २३९)




4- ''हे 'ईमान' लाने वालों! (मुसलमानों) उन 'काफिरों' से लड़ो जो तुम्हारे आस पास हैं, और चाहिए कि वे तुममें सखती पायें।'' (११.९.१२३ पृ. ३९१)




5- ''जिन लोगों ने हमारी ''आयतों'' का इन्कार किया, उन्हें हम जल्द अग्नि में झोंक देंगे। जब उनकी खालें पक जाएंगी तो हम उन्हें दूसरी खालों से बदल देंगे ताकि वे यातना का रसास्वादन कर लें। निःसन्देह अल्लाह प्रभुत्वशाली तत्वदर्शी हैं'' (५.४.५६ पृ. २३१)




5- ''हे 'ईमान' लाने वालों! (मुसलमानों) अपने बापों और भाईयों को अपना मित्र मत बनाओ यदि वे ईमान की अपेक्षा 'कुफ्र' को पसन्द करें। और तुम में से जो कोई उनसे मित्रता का नाता जोड़ेगा, तो ऐसे ही लोग जालिम होंगे'' (१०.९.२३ पृ. ३७०)




7- ''अल्लाह 'काफिर' लोगों को मार्ग नहीं दिखाता'' (१०.९.३७ पृ. ३७४)




8- ''हे 'ईमान' लाने वालो! उन्हें (किताब वालों) और काफिरों को अपना मित्र बनाओ। अल्ला से डरते रहो यदि तुम 'ईमान' वाले हो।'' (६.५.५७ पृ. २६८)




9- ''फिटकारे हुए, (मुनाफिक) जहां कही पाए जाऐंगे पकड़े जाएंगे और बुरी तरह कत्ल किए जाएंगे।'' (२२.३३.६१ पृ. ७५९)




10- ''(कहा जाऐगा): निश्चय ही तुम और वह जिसे तुम अल्लाह के सिवा पूजते थे 'जहन्नम' का ईधन हो। तुम अवश्य उसके घाट उतरोगे।''




11- 'और उस से बढ़कर जालिम कौन होगा जिसे उसके 'रब' की आयतों के द्वारा चेताया जाये और फिर वह उनसे मुँह फेर ले। निश्चय ही हमें ऐसे अपराधियों से बदला लेना है।'' (२१.३२.२२ पृ. ७३६)




12- 'अल्लाह ने तुमसे बहुत सी 'गनीमतों' का वादा किया है जो तुम्हारे हाथ आयेंगी,'' (२६.४८.२० पृ. ९४३)




13- ''तो जो कुछ गनीमत (का माल) तुमने हासिल किया है उसे हलाल व पाक समझ कर खाओ'' (१०.८.६९. पृ. ३५९)




14- ''हे नबी! 'काफिरों' और 'मुनाफिकों' के साथ जिहाद करो, और उन पर सखती करो और उनका ठिकाना 'जहन्नम' है, और बुरी जगह है जहाँ पहुँचे'' (२८.६६.९. पृ. १०५५)




15- 'तो अवश्य हम 'कुफ्र' करने वालों को यातना का मजा चखायेंगे, और अवश्य ही हम उन्हें सबसे बुरा बदला देंगे उस कर्म का जो वे करते थे।'' (२४.४१.२७ पृ. ८६५)




16- ''यह बदला है अल्लाह के शत्रुओं का ('जहन्नम' की) आग। इसी में उनका सदा का घर है, इसके बदले में कि हमारी 'आयतों' का इन्कार करते थे।'' (२४.४१.२८ पृ. ८६५)




17- ''निःसंदेह अल्लाह ने 'ईमानवालों' (मुसलमानों) से उनके प्राणों और उनके मालों को इसके बदले में खरीद लिया है कि उनके लिए 'जन्नत' हैः वे अल्लाह के मार्ग में लड़ते हैं तो मारते भी हैं और मारे भी जाते हैं।'' (११.९.१११ पृ. ३८८)




18- ''अल्लाह ने इन 'मुनाफिक' (कपटाचारी) पुरुषों और मुनाफिक स्त्रियों और काफिरों से 'जहन्नम' की आग का वादा किया है जिसमें वे सदा रहेंगे। यही उन्हें बस है। अल्लाह ने उन्हें लानत की और उनके लिए स्थायी यातना है।'' (१०.९.६८ पृ. ३७९)




19- ''हे नबी! 'ईमान वालों' (मुसलमानों) को लड़ाई पर उभारो। यदि तुम में बीस जमे रहने वाले होंगे तो वे दो सौ पर प्रभुत्व प्राप्त करेंगे, और यदि तुम में सौ हो तो एक हजार काफिरों पर भारी रहेंगे, क्योंकि वे ऐसे लोग हैं जो समझबूझ नहीं रखते।'' (१०.८.६५ पृ. ३५८)




20- ''हे 'ईमान' लाने वालों! तुम यहूदियों और ईसाईयों को मित्र न बनाओ। ये आपस में एक दूसरे के मित्र हैं। और जो कोई तुम में से उनको मित्र बनायेगा, वह उन्हीं में से होगा। निःसन्देह अल्लाह जुल्म करने वालों को मार्ग नहीं दिखाता।'' (६.५.५१ पृ. २६७)




21- ''किताब वाले'' जो न अल्लाह पर ईमान लाते हैं न अन्तिम दिन पर, न उसे 'हराम' करते हैं जिसे अल्लाह और उसके रसूल ने हराम ठहराया है, और न सच्चे दीन को अपना 'दीन' बनाते हैं उनकसे लड़ो यहाँ तक कि वे अप्रतिष्ठित (अपमानित) होकर अपने हाथों से 'जिजया' देने लगे।'' (१०.९.२९. पृ. ३७२)




22- २२ ''.......फिर हमने उनके बीच कियामत के दिन तक के लिये वैमनस्य और द्वेष की आग भड़का दी, और अल्लाह जल्द उन्हें बता देगा जो कुछ वे करते रहे हैं। (६.५.१४ पृ. २६०)




23- ''वे चाहते हैं कि जिस तरह से वे काफिर हुए हैं उसी तरह से तुम भी 'काफिर' हो जाओ, फिर तुम एक जैसे हो जाओः तो उनमें से किसी को अपना साथी न बनाना जब तक वे अल्लाह की राह में हिजरत न करें, और यदि वे इससे फिर जावें तो उन्हें जहाँ कहीं पाओं पकड़ों और उनका वध (कत्ल) करो। और उनमें से किसी को साथी और सहायक मत बनाना।'' (५.४.८९ पृ. २३७)




24- ''उन (काफिरों) से लड़ों! अल्लाह तुम्हारे हाथों उन्हें यातना देगा, और उन्हें रुसवा करेगा और उनके मुकाबले में तुम्हारी सहायता करेगा, और 'ईमान' वालों लोगों के दिल ठंडे करेगा'' (१०.९.१४. पृ. ३६९)




उपरोक्त आयतों से स्पष्ट है कि इनमें ईर्ष्या, द्वेष, घृणा, कपट, लड़ाई-झगड़ा, लूटमार और हत्या करने के आदेश मिलते हैं। इन्हीं कारणों से देश व विश्व में मुस्लिमों व गैर मुस्लिमों के बीच दंगे हुआ करते हैं।




उपरोक्त आयतों में स्पष्ट है कि इनमें ईर्ष्या, घृणा, कपट, लड़ाई-झगड़ा, लूटमार और हत्या करने के आदेश मिलते हैं। इन्हीं कारणों से देश व विश्व में मुस्लिमों व गैर-मुस्लिमों के बीच दंगे हुआ करते हैं।




मैट्रोपोलिटिन मजिस्ट्रेट श्री जेड़ एस. लोहाट ने ३१ जुलाई १९८६ को फैसला सुनाते हुए लिखाः ''मैंने सभी आयतों को कुरान मजीद से मिलान किया और पाया कि सभी अधिकांशतः आयतें वैसे ही उधृत की गई हैं जैसी कि कुरान में हैं। लेखकों का सुझाव मात्र है कि यदि ऐसी आयतें न हटाईं गईं तो साम्प्रदायिक दंगे रोकना मुश्किल हो जाऐगा। मैं ए.पी.पी. की इस बात से सहमत नहीं हूँ कि आयतें २,५,९,११ और २२ कुरान में नहीं है या उन्हें विकृत करके प्रस्तुत किया गया है।''




तथा उक्त दोनों महानुभावों को बरी करते हुए निर्णय दिया कि- ''कुरान मजीद'' की पवित्र पुस्तक के प्रति आदर रखते हुए उक्त आयतों के सूक्ष्म अध्ययन से यह स्पष्ट होता है कि ये आयतें बहुत हानिकारक हैं और घृणा की शिक्षा देती हैं, जिनसे एक तरफ मुसलमानों और दूसरी ओर देश के शेष समुदायों के बीच मतभेदों की पैदा होने की सम्भावना है।'' (ह. जेड. एस. लोहाट, मेट्रोपोलिटिन मजिस्ट्रेट दिल्ली ३१.७.१९८६)

Wednesday 4 May 2011

क्या सोनिया गाँधी को हिन्दुओ से नफरत है ???

क्या सोनिया गाँधी को हिन्दुओ से नफरत है ???

मै कुछ तथ्य पेश कर रहा हूँ और आप लोग भी सोचिये कि क्या सोनिया गाँधी सच में हिन्दुओ से नफरत करती है ??


1 - सोनिया जी ने विसेंट जार्ज को अपना निजी सचिव बनाया है जो ईसाई है ..विसेंट जार्ज के पास 1500 करोड़ कि संपत्ति है 2001 में सीबीआई ने उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति रखने का मामला दर्ज किया उस वक्त सीबीआई ने विसेंट के 14 बैंक खातो को सील करते हुए कड़ी करवाई करने के संकेत दिए थे फिर सोनिया के इशारे पर मामले को दबा दिया गया .. मैंने सीबीआई को विसेंट जार्ज के मामले में 4 मेल किया था जिसमे सिर्फ एक का जबाब आया कि जार्ज के पास अमेरिका और दुसरे देशो से ए पैसे के स्रोत का पता लगाने के लिए अनुरोध पत्र भेज दिया गया है .. वह रे सीबीआई १० साल तक सिर्फ अनुरोध पत्र टाइप करने में लगा दिए !!!



2 - सोनिया ने अहमद पटेल को अपना राजनैतिक सचिव बनाया है जो मुस्लमान है और कट्टर सोच वाले मुस्लमान है ..


3 - सोनिया ने मनमोहन सिंह कि मर्जी के खिलाफ पीजे थोमस को cvc बनाया जो ईसाई है ..और सिर्फ सोनिया की पसंद से cvc बने .जिसके लिए भारतीय इतिहास में पहली बार किसी प्रधानमंत्री को माफ़ी मागनी पड़ी ..

4 - सोनिया जी ने अपनी एकमात्र पुत्री प्रियंका गाँधी की शादी एक ईसाई राबर्ट बढेरा से की ..



5 - अजित जोगी को छातिसगड़ का मुख्यमंत्री सिर्फ उनके ईसाई होने के कारण बनाया गया जबकि उस वक़्त कई कांग्रेसी नेता दबी जबान से इसका विरोध कर रहे थे .. अजित जोगी इतने काबिल मुख्यमंत्री साबित हुए की छातिसगड़ में कांग्रेस का नामोनिशान मिटा दिया ..


अजित जोगी पर दिसम्बर 2003 से बिधायको को खरीदने का केस सीबीआई ने केस दर्ज किया है . सीबीआई ने पैसे के स्रोत को भी ढूड लिया तथा टेलीफोन पर अजित जोगी की आवाज की फोरेंसिक लैब ने प्रमडित किया इतने सुबूतो के बावजूद सीबीआई ने आजतक सोनिया के इशारे पर चार्जशीट फाइल नहीं किया ..



6 - जस्टिस ....... [मै नाम नहीं लिखूंगा क्योकि ये शायद न्यायपालिका का अपमान होगा ] को 3 जजों की बरिस्टता को दरकिनार करके सुप्रीम कोर्ट का चीफ जस्टिस बनाया गया जो की एक परिवर्तित ईसाई थे ...


7 - राजशेखर रेड्डी को आँध्रप्रदेश का मुख्यमंत्री बनने में उनका ईसाई होना और आँध्रप्रदेश में ईसाइयत को फ़ैलाने में उनका योगदान ही काम आया मैडम सोनिया ने उनको भी तमाम नेताओ को दरकिनार करने मुख्यमंत्री बना दिया ..


8 - मधु कोड़ा भी निर्दल होते हुए अपने ईसाई होने के कारण कांग्रेस के समर्थन से झारखण्ड के मुख्यमंत्री बने ...


9 - अभी केरल विधान सभा के चुनाव में कांग्रेस ने 92 % टिकट ईसाई और मुस्लिमो को दिया है

10 - जिस कांग्रेस में सोनिया की मर्जी के बिना कोई पे .......ब तक नहीं कर सकता वही दिग्विजय सिंह किसके इशारे पर 10 सालो से हिन्दू बिरोधी बयानबाजी करते है ये हम सब अछि तरह जानते है ...