सोनिया गाँधी वायुसेना के विमानों का अपने बाप का माल समझकर इस्तेमाल करती है ... जबकि वो भारत के किसी भी सम्वैधानिक पद पर नही है |
सोनिया गाँधी पिछले पांच सालो मे १८५० करोड रूपये अपने निजी विदेश यात्रा पर खर्च कर चुकी है ..
जो सोनिया गाँधी और उसका मंदबुद्धि ४३ साल का बालक राहुल गाँधी अपने हर
सभा मे चिल्लाते है कि हमने इस देश से भ्रस्टाचार मिटाने का हथियार आरटीआई
जैसा कानून दिया .. और जब सोनिया और राहुल
के बारे मे आरटीआई से जानकारी मांगी जाती है तो या तो ये देने से इंकार कर
देते है या मांगने वाले को इस दुनिया से उठा दिया जाता है या केन्द्र
सरकार उस फाइल को अपने पिछवाड़े घुसेड़ कर बैठ जाती है |
तब भारत की
नीच मीडिया कभी कोई टाकशो या पैनल डिस्कसन नही करती .. क्योकि ये मामला तो
इन नीच मीडिया के कुत्ते के मालकिन सोनिया से जुड़ा हुआ है |
लेकिन जब एक राज्य का मुख्यमंत्री जिसका दर्जा भारत सरकार के प्रोटोकोल मे
चौथे स्थान पर होता है अगर वो अपना फोटो छपवाए तो फिर इन कुत्तों को मिर्गी
का दौरा पड़ने लगता है ..
वैसे मिर्गी का दौरा बिना जूता सूंघाए ठीक नही होता |
मित्रों सोचिये , केन्द्र सरकार के हर विज्ञापन मे मनमोहन सिंह के साथ
सोनिया गाँधी का फोटो होता है ..हर एक कांग्रेस शासित राज्य का मुख्यमंत्री
अपने हर विज्ञापन मे सोनिया का फोटो उसके तलवे चाटने के लिए छापता है तब
इन नीच मीडिया खासकर एनडीटीवी की नजर उसपर क्यों नही पडती ?
संसद
मे बलवीर पुंज के द्वारा पूछे गए एक सवाल कि आखिर केन्द्र सरकार किस हैसियत
से सोनिया गन्दी का फोटो अपने विज्ञापन मे इस्तेमाल करती है और पिछले चार
सालो से केन्द्र सरकार ने कितना पैसा सोनिया गंदी के फोटो छापने पर खर्च
किये ?
केन्द्र सरकार ने संसद मे जबाब दिया कि ये केन्द्र सरकार
की गलती है सोनिया गन्दी का फोटो सरकारी विज्ञापनों मे नही इस्तेमाल करना
चाहिए .. और अब तक कुल तीन सौ करोड रूपये केन्द्र सरकार सोनिया गन्दी के
फोटो छापने पर खर्च कर दिये है |
लेकिन नीच और सोनिया के फेके हुए टुकडो को चबाकर पलने वाली मीडिया इस खबर को नही दिखाएगी |
सोनिया गाँधी पिछले पांच सालो मे १८५० करोड रूपये अपने निजी विदेश यात्रा पर खर्च कर चुकी है ..
जो सोनिया गाँधी और उसका मंदबुद्धि ४३ साल का बालक राहुल गाँधी अपने हर सभा मे चिल्लाते है कि हमने इस देश से भ्रस्टाचार मिटाने का हथियार आरटीआई जैसा कानून दिया .. और जब सोनिया और राहुल के बारे मे आरटीआई से जानकारी मांगी जाती है तो या तो ये देने से इंकार कर देते है या मांगने वाले को इस दुनिया से उठा दिया जाता है या केन्द्र सरकार उस फाइल को अपने पिछवाड़े घुसेड़ कर बैठ जाती है |
तब भारत की नीच मीडिया कभी कोई टाकशो या पैनल डिस्कसन नही करती .. क्योकि ये मामला तो इन नीच मीडिया के कुत्ते के मालकिन सोनिया से जुड़ा हुआ है |
लेकिन जब एक राज्य का मुख्यमंत्री जिसका दर्जा भारत सरकार के प्रोटोकोल मे चौथे स्थान पर होता है अगर वो अपना फोटो छपवाए तो फिर इन कुत्तों को मिर्गी का दौरा पड़ने लगता है ..
वैसे मिर्गी का दौरा बिना जूता सूंघाए ठीक नही होता |
मित्रों सोचिये , केन्द्र सरकार के हर विज्ञापन मे मनमोहन सिंह के साथ सोनिया गाँधी का फोटो होता है ..हर एक कांग्रेस शासित राज्य का मुख्यमंत्री अपने हर विज्ञापन मे सोनिया का फोटो उसके तलवे चाटने के लिए छापता है तब इन नीच मीडिया खासकर एनडीटीवी की नजर उसपर क्यों नही पडती ?
संसद मे बलवीर पुंज के द्वारा पूछे गए एक सवाल कि आखिर केन्द्र सरकार किस हैसियत से सोनिया गन्दी का फोटो अपने विज्ञापन मे इस्तेमाल करती है और पिछले चार सालो से केन्द्र सरकार ने कितना पैसा सोनिया गंदी के फोटो छापने पर खर्च किये ?
केन्द्र सरकार ने संसद मे जबाब दिया कि ये केन्द्र सरकार की गलती है सोनिया गन्दी का फोटो सरकारी विज्ञापनों मे नही इस्तेमाल करना चाहिए .. और अब तक कुल तीन सौ करोड रूपये केन्द्र सरकार सोनिया गन्दी के फोटो छापने पर खर्च कर दिये है |
लेकिन नीच और सोनिया के फेके हुए टुकडो को चबाकर पलने वाली मीडिया इस खबर को नही दिखाएगी |
1 comment:
कांग्रेसी टॉमी'ज इन दस जनपथ केन्टीन !!
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