Wednesday 9 November 2011

गुजरात कांग्रेस ने नेताओ को केंद्र की कांग्रेस सरकार द्वारा रेलवे प्रोजेक्ट को लेकर हों रहा सौतेलापन क्यों नहीं दिखता ??

गुजरात कांग्रेस ने नेताओ को केंद्र की कांग्रेस सरकार द्वारा रेलवे प्रोजेक्ट को लेकर हों रहा सौतेलापन क्यों नहीं दिखता ??

किसी भी राज्य को विकसित होने के लिए वहा रेल नेटवर्क का फैलाव बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है ..
लेकिन आप को जान कर शायद ये विश्वास ना हों कि गुजरात रेलवे के मामले मे आज भारत का सबसे पिछड़ा राज्य है .. आज भी गुजरात के पाच जिला मुख्यालय रेलवे से जुड़े नहीं है ..
एनडीए सरकार ने... गुजरात मे कुल पांच बड़े रेलवे अस्पताल की मंजूरी दी थी .. जो बडोदा , अहमदाबाद , राजकोट , सूरत , और भावनगर मे बनने थे .. इसके लिए शर्त ये थी कि जमीन राज्य सरकार उपलब्ध करवाएगी .. और इन अस्पतालों मे पचास फीसदी बेड सामान्य प्रजा और पचास फीसदी रेल कमर्चारियो के लिए होंगे .. इस अस्पतालों का मैनेजमेंट रेलवे करेगा ..

लेकिन ममता बनर्जी ने इस पुरे प्रोजेक्ट को बंगाल ट्रांसफर कर दिया ..

आज अगर ट्रेन से अहमदाबाद से राजकोट जाना हों तो किराया तो सिर्फ ५२ रूपये है लेकिन समय करीब दस घंटे एक्सप्रेस ट्रेन मे लगते है क्योकि पूरी लाईन सिंगल है .. और बस का किराया ३५० रूपये है लेकिन सिर्फ तीन घंटे लगते है ..
आज पुरे सौराष्ट्र मे रेल का कोई विकास नहीं है .. पुरे दिन मे सिर्फ दो ही ट्रेन चलती है .. मजबूर होकर लोग बस मे सफर करते है ..

मुझे सबसे आशचर्य होता है कि क्या अर्जुन मोधवाडिया की आखे खराब है ? वो खुद पोरबंदर से है और पोरबंदर रेलवे स्टेशन पर सिर्फ एक ही टिकट खिडकी है .. अर्जुन मोधवाडिया तो अपनी मर्सिडीज से मोदी के बनवाये एक्सप्रेस वे से सिर्फ पांच घंटे मे अहमदाबाद से पोरबंदर पहुच जाते है लेकिन बेचारी पोरबंदर की गरीब प्रजा को रेल से आने मे करीब चौदह घंटे लगते है ..

यही हालत भावनगर का है .जहां से शक्ति सिंह गोहिल है .. आज भी भावनगर से बरोड़ा अगर रेल से जाना हों तो करीब चौदह घंटे लगते है ..लेकिन बस से सिर्फ ४ घंटे ..जी हा सिर्फ चार घंटे ..

जबकि आज रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी खुद गुजराती है वे कच्छ के मूल निवासी है .. इसके पहले नारन राठवा रेल राज्य मंत्री भी गुजरात से थे ..और भरत सिंह सोलंकी भी ..

आज पुरे गुजरात मे रेल का कोई भी कारखाना नहीं है .. एनडीए सरकार ने जो रेल कोच फैक्ट्री बरोड़ा मे और रेल मे पहिये बनाने की फैक्ट्री राजकोट मे स्वीकृत की थी वो लालू यादव अपने छेत्र छपरा ले गए .. किसी भी कांग्रेसी नेता ने इस पर कोई सवाल नहीं उठाया ..

असल मे कांग्रेस ये कभी नहीं चाहती की गुजरात का विकास हों .. क्योकि उसे हर हाल मे मोदी को कमजोर करना है .. इसके लिए वो गुजरात से साथ सौतेला वर्ताव करती है

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