Friday 11 November 2011

आखिर केंद्र की यूपीए सरकार किंगफिशर को दो हज़ार करोड की बेलआउट पैकेज क्यों दे रही है ?

आखिर केंद्र की यूपीए सरकार किंगफिशर को दो हज़ार करोड की बेलआउट पैकेज क्यों दे रही है ?


मित्रों ,, आज बढती महगाई से आम आदमी घुट घुट कट मर रहा है .. कांग्रेस सरकार जले पर नमक छिडकते हुए हर महीने पेट्रो प्रोडक्ट का दाम बढ़ा रही है .. वित् मंत्रालय आम आदमी के घर लेने के सपने को भी अब सपना ही बना दिया क्योकि बैंको ने होमलोन की दरों मे एक साल मे पांचवी बार इजाफा कर दिया .. हर रोज बुन्देलखण्ड और विधर्ब मे सैकडो किसान आत्महत्या करने को मजबूर है ..लेकिन कांग्रेस और केंद्र सरकार कोआम आदमी के  इन सब समस्याओ से कोई मतलब नहीं है ..उल्टे मनमोहन सिंह अहसान जताते हुए कह रहे है कि लोगो के पास बहुत पैसा आ गया है ..लोग अमीर हों गए है ... वैसे भी कांग्रेस की नजरो मे तो हम सब भारतवासी महामीर है ..क्योंकि कांग्रेस का कहना है कि जो भी २६ रूपये रोज कमाता है वो अमीर है ..


लेकिन आम आदमी के नाम पर सत्ता मे आने वाली कांग्रेस आम आदमी के आँसू देखकर नहीं पसीजी .. लेकिन जब विश्व का "दारू सम्राट " विजय माल्या की एक कंपनी किंगफिशर एयरलाइन्स जब घाटे मे आ जाती है तो कांग्रेस का दिल सिर्फ एक दिन मे ही पसीज जाता है और तुरंत चार चार घोषणाये हों जाती है ..

१- तेल कम्पनियो का ८७७ करोड रूपये बकाया होने के बावजूद भी किंगफिशर को एटीएफ [ air terbine fuel] एक साल तक क्रेडिट मे मिलेगा .. जिसमे गारंटर खुद केंद्र सरकार होगी ..यानि अगर किंगफिशर नहीं चूका पायेगी तो केंद्र सरकार चुकायेगी ..

२- किंगफिशर को घाटे से उबारने के लिए  सरकार दो हज़ार करोड का बेल आउट पैकेज देगी ..

३- कुछ सालो तक किंगफिशर को परिचालन संबंधित नियमों मे पूरी तरह छूट दी जायेगी ..जिससे वो खुद मुनाफे वाले रूट पर ज्यादा उड़न कर सके .

४- किंगफ़िशर को टैक्स मे छुट दी जायेगी ..

वाह रे कांग्रेस ...आखिर इतनी दरियादिली उस इंसान पर क्यों जो सैकडो कंपनियों का मलिक है और उसकी सिर्फ एक कंपनी ही घाटे मे है ..जबकि उसकी फ्लैगशिप कंपनी यूनाइटेड बैब्रेज भारी मुनाफा कमा रही है .. पूरी दुनिया के शराब निर्माण मे यूबी ग्रुप का आज ५३% योगदान है .. खुद विजय माल्या एक बहुत ही रंगीन मिजाज़ जिंदगी जीने के आदि है और उनका लकड़ा सिदार्थ माल्या रंगीनमिजाजी मे अपने बाप से भी दो कदम आगे है ..

इनके पास प्रशांत महासागर मे कई निजी द्वीप है ..खुद का निजी क्रूज शिप है और निजी जेट और याट कितने होंगे ये माल्या को भी नहीं मालूम होगा .. विजय माल्या हर साल दिसंबर मे "किंगफिशर कैलेंडर " बनवाते है ..जिसमे करोडो रूपये देकर बिना कपडे के देशी विदेशी माडलो से बेहद अश्लील मुद्राओ मे फोटो होते है ..फिर इन कैलेंडरो को सिर्फ चुनिन्दा लोगो को विजय माल्या अपने हस्ताक्षर के साथ भेजते है ..

                               फिर आज सारे देश मे मन मे ये सवाल उठाना लाजिमी है कि आखिर ऐसे इंसान पर कांग्रेस क्यों मेहरबान हों रही है ? एक तरफ किंगफिशर घाटे मे है और वही कंपनी के चेयरमेन के रूप मे विजय माल्या दो करोड रूपये हर महीने सेलरी के रूप मे ले रहे है ..और वही उनके लडके सिद्धार्थ माल्या कंपनी के निदेशक के रूप मे एक करोड रूपये हर महीने सेलरी और दूसरे भत्तो के रूप मे सिर्फ अपनी एक कम्पनी से ले रहे है ..

असल  मे किंगफिशर मे कांग्रेस के कई बड़े नेता का क़ानूनी और गैर क़ानूनी तौर पर निवेश है .. अब जब सिर्फ एक दिन मे ही किंगफिशर के शेयर १९% तक नीचे गिर गए तो कांग्रेस के नेताओ ने सिर्फ अपने स्वार्थ के लिए किंगफिशर के लिए बेल आउट पैकेज की घोषणा का एलान कर दिया .

इससे एक बात तो सिद्ध हों गयी कि कांग्रेस को इस देश मे रोज भूख से मरते लाखो लोग ..तमाम समस्याओ से रोज जूझते लाखो लोग ..हर रोज हड्डीतोड़ परिश्रम करके किसी तरह अपने घर मे चूल्हा जलाने वाले लाखो लोग .. तमाम बीमारियो से पीड़ित लाखो लोग नज़र नहीं आते ..या आते भी है तो कांग्रेस को आम आदमी की समस्याओ से कोई लेना देना नहीं है .

लेकिन जब एक बेहद अमीर आदमी जो फ़ोर्ब्स के अनुसार भारत का ३२ वें क्रम का  अमीर है उसे छिक भी आ जाती है तो पूरी कांग्रेस और केंद्र सरकार उसके चरणों मे भारत का खजाना रख देती है ..
क्या कांग्रेस इन सवालो का जबाब इस देश को देगी ?

१- बेल आउट पैकेज सिर्फ किंगफिशर एयरलाइन्स को ही क्यों ?? पिछले दस साल मे घाटे मे चल रही एयर इंडिया को क्यों नहीं ? एयर इंडिया पिछले  चार महीने से अपने कर्मचारियों को सेलरी तक नहीं दी है ..

२- विजय माल्या एक सांसद है तो क्या उनके सियासी रसूख के चलते ही कांग्रेस उनके पैरों पर गिर पड़ी ?

३- सबको मालूम है कि दछिण भारत मे पहली बीजेपी की सरकार कर्नाटक मे बनी ..जो कांग्रेस के आँखों मे रेत के कण की तरह चुभ रही है ..माल्या कर्नाटक के है ..तो क्या कर्नाटक को लेकर माल्या और कांग्रेस मे कोई डील हुयी है ??

४- एक तरफ कांग्रेस तेल कंपनियों के घाटे का हवाला देकर रोज तेल की कीमते बढाती जा रही है..आम आदमी मर रहा है ..फिर किंगफिशर पर दरियादिली क्यों ?

     चलो ,, कांग्रेस के पास तो इन सवालों का जबाब देने की हिम्मत तो नहीं है ..लेकिन अब हमें बहुत ही गंभीरता से सोचना होगा कि चुनाव के पहले "कांग्रेस का हाथ ..आम आदमी के साथ " का नारा देने वाली कांग्रेस चुनाव के बाद " कांग्रेस का हाथ [थप्पड़ ]...आम आदमी का गाल " क्यों हों जाता है ?














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