Friday, 25 May 2012

पुरे देश के मुख्यमंत्रियों को विकास पुरुष मोदी जी से सीख लेनी चाहिए - फारुक अब्दुला



आज संसद में एक सवाल के जबाब में वैकल्पिक और रिनेवेबल उर्जा मंत्री फारुख अब्दुल्ला ने पुरे आधे घंटे तक मोदी जी की तारीफ की और उन्हे विकास पुरुष बताया ..

फारुख अब्दुल्ला ने कहा की जिस तरह से मोदी जी ने गुजरात में नर्मदा कैनाल के उपर सोलर पैनल लगाकर आठ मेगावाट बिजली की परियोजना पूरी की है उसकी परिकल्पना सही मायनो में एक विकास पुरुष ही कर सकता है |

मित्रों जब संसद में फारुख अब्दुल्ला नरेंद्र मोदी जी की तारीफ कर रहे थे तो उनके ठीक बगल में कानून मंत्री सलमान खुर्शीद बैठे थे लेकिन उनका चेहरा देखने जैसा हो गया था .जैसे किसी की जवान बेटी अपने नौकर के साथ भाग गयी हो |

फारुख अब्दुल्ला ने कहा की इस परियोजना से कई फायदे होंगे .. जैसे कैनाल का पानी धुप से वाष्पीकृत होकर नही उड़ेगा ,सोलर पैनल लगाने के लिए जमीन बर्बाद नही होगी . और सोलर पनेल की धुलाई के लिए दूर दराज से पानी नही लाना पडेगा | फारुख अब्दुल्ला ने आगे कहा की उन्होंने देश के सभी मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर गुजरात की इस परियोजना को देखने और इसको अपने राज्य में लगाने का अपील किया है |

अब्दुला ने कहा की आखिर ये आइडिया इसके पहले किसी और के दिमाग में क्यों नही आया ? कोई विकास पुरुषके दिमाग में ही विकास के ऐसे इनोवेटिव आइडिया आ सकते है |

फारुख अब्दुला यही तक नही रुके उन्होंने कहा की सूरज और हवा पुरे देश को बराबर मिलता है फिर भी सोलर एनर्जी और विंड एनर्जी का ९८% अकेले सिर्फ गुजरात देता है बाकि राज्य इस फिल्ड में बहुत बहुत पीछे है |

मित्रों फारुक अब्दुला जब बोल रहे थे तब केन्द्र के दूसरे मंत्रियो के चेहरे पर हवाइयां उड़ रही थी जैसे सब सोच रहे थे की इस देश में मोदी की तारीफ करना एक तरह से राजद्रोह और संघीय अपराध है फिर भी फारुख तारीफ किये जा रहे है | लेकिन शेर किसी कुत्तों की तारीफ का मोहताज नही होता |

मित्रों, जैसा की सब जानते है की सोनिया गाँधी ने सभी मंत्रियो को बकायदा आदेश देकर कहा है की कोई भी मोदी जी और गुजरात की तारीफ नही करेगा ..लेकिन चूँकि फारुख अब्दुल्ला नेशनल कोंफ्रेंस के है इसलिए सोनिया का आदेश उन्होंने नही माना |

इसमें पहले प्रधानमन्त्री ने गुजरात को लगातार पांचवी बार ग्राउंड वाटर रिचार्जेबल सिस्टम्स , ग्राउंड वाटर टेबल को बढाने के छेत्र में प्रधानमंत्री का बेस्ट एवार्ड मिला लेकिन प्रधानमंत्री ने ये एवार्ड चुपचाप दिया और संसद में इसका उल्लेख तक नही किया जबकि आजतक ये परम्परा रही है की प्रधानमंत्री का बेस्ट एवार्ड का उल्लेख संसद में किया जाता है लेकिन मोदिफोबिया से पीड़ित सोनिया गाँधी ने सारी परम्पराए तोड़ दी |

1 comment:

dhanesh said...

Its time Modiji should come forward to take the lead of the nation