Wednesday, 2 May 2012

गुजरात कांग्रेस के सभी नेता अब ये कह रहे है की अहमद पटेल के प्रयासों से केन्द्र सरकार ने कपास के निर्यात पर से रोक हटाई है | तो मूर्खो लगे हाथ गुजरात की जनता को ये क्यों नही बताते की किसके प्रयासों से केन्द्र सरकार पिछले आठ सालो में सात बार कपास के निर्यात पर रोक लगा देती है ?


आखिर ये बार बार गुजरात के किसानो के साथ गंदा और नीच मजाक कौन कर रहा है ? इसके पीछे किसकी साजिश है ?

मित्रों, सीधी बात है जिसके प्रयासों से रोक हटाई जाती है उसी बाबू भाई दलाल उर्फ अहमद पटेल के प्रयासों से रोक लगाई भी जाती है |

मित्रों , आपलोगों को यद् होगा एक बार यूपी मे लाटरी पर प्रतिबंध फिर दो दिन के बाद प्रतिबंध हटाने के पीछे जब सीबीआई ने जाँच किया था तब पता चला की मायावती ने बीस करोड ररूपये लेकर प्रतिबंध हटाया था |

ठीक वही गंदा खेल अहमद पटेल गुजरात के किसानो के साथ खेल रहा है | जब किसानो के खेत में कपास रहता है तब ये बड़े बड़े एक्सपोर्ट हॉउस से करोडो रूपये लेकर कपास के निर्यात पर रोक लगवा देता है ताकि कपास के भाव एकदम से नीचे गिर जाये और किसानो को औने पौने दाम पर कपास बेचना पड़े . फिर जब किसानो से सारा कपास मिले और जिनर्स खरीद लेते है तब ये उनके इशारे पर प्रतिबंध हटवा लेता है .जिससे जिनर्स और एक्सपोर्टर पांच गुना तक मुनाफा कम लेते है और बेचारा गरीब किसान खून के आंशु रोता रह जाता है |

पिछले आठ सालो से जब ये कांग्रेस की सरकार केन्द्र में है हर साल ये नौटंकी चला आ रहा है और अहमद पटेल हर हर साल करोडो रूपये लेकर ये गंदा खेल गुजरात के किसानो के साथ खेल रहे है |

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