[डिस्क्लेमर :- मै जो कहानी सुनाने जा रहा हूँ वो मैंने बचपन मे अपनी दादी से सुनी थी .. उस कहानी का नीचे के लिंक से अगर कोई समानता हो तो ये मात्र एक संयोग माना जायेगा ...]
बहुत दूर एक देश इटली मे एक माफिया और गुंडा
रहता था | उसे इटली की पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर घोषित कर दिया था .और उसे
पांच साल के लिए जेल भेज दिया .| लेकिन मजे की बात है की जेल मे रहते हुए
"ब्लूटूथ" की मदद से उसके घर एक लड़की पैदा हुयी |
फिर जब वो लड़की
थोड़ी बड़ी हुयी तो आये दिन घर पर पुलिस के छापे और पूछताछ से परेशान होकर
उसकी माँ ने उसे एक ग्रुप के साथ ब्रिटेन भेज दिया | जहां उस लड़की को
दलालों ने ब्रिटेन के एक ऐसे शहर कैम्ब्रिज भेज दिया जहां के रेस्टोरेंट मे
सुंदर और कमसिन लड़कियाँ सिर्फ इसलिए वेटर के रूप मे रखी जाती थी जिससे
लुख्खे लडके रेस्टोरेंट मे ज्यादा आये |
उसी केम्ब्रिज मे उस समय
भारत का एक उस जमाने का भोदू युवराज पढता था | जो अक्सर उस रेस्टोरेंट मे
आता जाता रहता था | फिर जब उस वेटर को जब ये मालूम पड़ा की ये जो छात्र उस
रेस्टोरेन्ट मे आता है वो कोई मामूली नही बल्कि भारत का भोदू युवराज है तब
उसने उस पर डोरे डालने शुरू कर दिये .. हलाकि उस समय उस वेटर का भारत के ही
एक राज खानदान के राजकुमार से अफेयर चल रहा था | जिसकी बाद मे विमान
दुर्घटना मे मौत करवा दी गयी |
उस भोदू युवराज को उस समय
पाकिस्तान की एक लड़की जो बाद मे पाकिस्तान की प्रधानमंत्री भी उसने भी बहुत
समझाया क्योकि उसे उस वेटर मे बारे मे सब कुछ मालूम था | उस रेस्टोरेन्ट
के ठीक बगल मे पाकिस्तान के रहीम खान का रेस्टोरेंट था इसलिए उन्होंने उसे
सब बताया था की केम्ब्रिज के रेस्टोरेन्ट मे महिला वेटर क्यों रखी जाती है
और उनका असली पेशा क्या होता है | उसने अपनी किताब मे भी ये सब बाते लिखी
है |
खैर , कहते है न की "नींद न देखे टूटी खाट .. इश्क न देखे
जात कुजात " उस भोदू युवराज के आँखों पर उस वेटर ने कुछ ऐसा जादू कर दिया
था या कहे की भारतीयों को गोरी चमड़ी बहुत अच्छी लगती है भले ही दिल कितना
भी काला हो की उसने उससे शादी करने का मन बना लिया | लेकिन जब उस युवराज की
माँ को ये सब बाते पता चली तो उसने भारत की कई सरकारी जाँच एजेन्सियों से
उस गोरी चमड़ी की जाँच करने का आदेश दिया और उसने अपने कई दूसरे शुभचिंतकों
से भी उस गोरी चमड़ी वाली वेटर के बारे मे पूरी रिपोर्ट मांगी |
लेकिन सबने कहा की वो वेटर का चाल चरित्र ठीक नहीं है और उसका खानदान का भी
कोई अता पता नही है | फिर उस ताकतवर महिला ने अपने भोदू युवराज से कह दिया
की वो उस वेटर के साथ उसकी शादी नही होने देगी |
लेकिन इश्क मे
अंधा वो युवराज उस गोरी लड़की को अपने साथ भारत लेकर आ गया और अपने एक दोस्त
जो उस जमाने मे सुपर स्टार हुआ करता था उसके घर दो महीने तक उस वेटर को
रखा | उस सुपर स्टार की माँ उसे अपनी बेटी मानती थी क्योकि उसे कोई बेटी
नही थी ..और वो सुपर स्टार उसे राखी बांधकर उसे अपनी बहन बना लिया | फिर जब
ताकतवर महिला ने भोदू युवराज को शादी के लिए मना कर दिया तब उस सुपर स्टार
के घर पर उस वेटर की शादी हुयी और बकायदा कन्यादान भी |
खैर , जैसा होता चला आया है बाद मे हर माँ बाप अपने बच्चे के आगे झुक जाते है .. फिर वो वेटर की जैसे नसीब बदल गए |
लेकिन कहानी मे अब ट्विस्ट आता है | कुछ सालो के बाद उस ताकतवर महिला की
हत्या हो जाती है | फिर तो ये वेटर एकदम आज़ाद हो जाती है | फिर इसने अपने
बचपन के एक दोस्त जिसका बाप भी उस वेटर के बाप के साथ हिस्ट्रीशीटर गुंडा
था उसे भारत बुला लिया और उसे अपने घर मे ही रखा | उस लुक्खे की का उस
जमाने मे भारत मे जलवा हो गया .. बेचार भोदू युवराज कुछ बोलना भी चाहता था
तो डब्बू कुछ बोल नही पाता था जबकि वो सब कुछ अपनी आँखों से देखता था
क्योकि लुक्खा उसके बेडरूम मे ही सारा दिन पड़ा रहता था |
उस
लुक्खे ने भारत को जमकर लुटा .. लेकिन तभी एक विदेश मे अखबार ने उसका भांडा
फोड दिया .. तब उस वेटर ने अपने देश का साथ देने के बजाय अपने बचपन के
प्यार का साथ दिया और उसे देश से भगा दिया और इतना ही नही जब उस वेटर का
पति मर गया तब उसने उसने आठ सालो से उस लुक्खे के बैक खातों पर लगी रोक भी
हटवा लिए और खातों पर रोक हटने के सिर्फ तीन मिनट मे उस लुक्खे ने अपने
खाते से चालीस हज़ार करोड रूपये निकाल लिए | अब सुप्रीम कोर्ट आदेश देता है
की खातों पर रोक क्यों हटाई गयी तब भारत सरकार कोई जबाब नही दे पा रही है
.. लेकिन जब सुप्रीम कोर्ट ने ये जाना की सिर्फ तीन मिनट मे उसका खाता खाली
हो गया तब जज ने कहा की "हे भगवान अब इस देश का कभी भला नही हो सकता "
लेकिन मै आज ये क्यों लिख रहा हूँ ? असल मे आज स्वीडन के पूर्व पुलिस प्रमुख ने कुछ खुलासा किया है |
असल मे इस वेटर ने अपने बचपन के लुक्खे प्यार को बचाने के लिए अपने उस
सुपर स्टार भाई को ही फसवा दिया जिसे वो राखी बाँधती थी और जिसने उसकी शादी
करवाई थी | और तो और ये वेटर अपनी उस माँ की अंतिम संस्कार मे भी नही गयी
जिसने उसका कन्यादान किया था |
मित्रों ये कहानी कैसी लगी ? ये मै
बचपन मे बहुत सुनता था | लेकिन पता नही क्यों कभी कभी लगता है की ये कहानी
क्या सच है ? हलाकि ये सिर्फ एक कहानी है लेकिन हर कहानी किसी न किसी के
सच्चे जीवन से जरूर मेल खाती है |
http://navbharattimes.indiatimes.com/articleshow/12862624.cms
1 comment:
Lage rahiye sir ji. Ap log hi hai hamare paksh jinda rakhe hue hain
jai hind
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