Sunday 22 July 2012

भारत के एटार्नी जनरल गुलाम मोहम्मद वहानवटी के पास सिर्फ दो योग्यता है-- १- उनका मुस्लिम होना . २- कानून मंत्री सलमान खुर्शीद और अहमद पटेल का कट्टर मुसलमान होना और इनसे नजदीकी



जिसके दम पर वो सुप्रीम कोर्ट मे हर हप्ते फटकार खाने और केस हारने के वावजूद भी भारत के एटार्नी जनरल बने हुए है |

मित्रों, भारत के वर्तमान एटोर्नी जनरल गुलाम मोहम्मद वहावनवती के नाम एक रिकार्ड दर्ज हो गया है .. सबसे ज्यादा केस हारने का .और सुप्रीम कोर्ट के द्वारा केन्द्र सरकार को सबसे ज्यादा लात खिलाने का |

चाहे २ जी घोटाला हो या कामनवेल्थ हो , या मुस्लिम आरक्षण हो या सीवीसी नियुक्त करने का मामला हो या राम सेतु का मामला हो या मोदी को घेरने का मामला हो,या जनरल वीके सिंह के उम्र विवाद का मामला हो, ऐसे सैकडो मामले है जिसमे न सिर्फ केन्द्र सरकार सुप्रीम कोर्ट मे हारी है बल्कि उसे सुप्रीम कोर्ट के द्वारा खूब लात भी खानी पड़ी है ..

कई बार क़ानूनी हलकों मे गुलाम मुहम्मद वहावनवती के क़ानूनी ज्ञान का खूब मजाक उड़ाया जाता है क्योकि इनके नेतृत्व मे केन्द्र सरकार सुप्रीम कोर्ट मे लगातार हर केस न सिर्फ हारती जा रही है बल्कि केन्द्र सरकार को सुप्रीम कोर्ट के द्वारा रोज लताड भी खानी पड़ रही है |

खुद कांग्रेस पार्टी के तरफ से कई बार गुलाम मोहम्मद को इतने बड़े पद पर होने के औचित्य को लेकर केन्द्र सरकार को पत्र लिखा गया है की इन्हें हटाकर किसी काबिल इंसान को एटार्नी जनरल जैसे पद पर बैठना चाहिए . लेकिन अहमद पटेल और सलमान खुर्शीद दोनों बहुत ही कट्टर मुस्लिम है इसलिए गुलाम मोहम्मद वहावनवती को मुस्लिम होने की वजह से उनके नाकाबिल और नकारा होने के वावजूद भी एटार्नी जनरल के पद पर रखा गया है .. यहाँ तक की आजतक क़ानूनी जगत मे गुलाम मोहम्मद के नाम कोई भी उल्लेखनीय योगदान दर्ज नही है |


मित्रों, ताजा मामला कल का है .. कल सुप्रीम कोर्ट मे २ जी मामले पर केन्द्र की प्रेसिडेंशियल रिफरेंस की सुनवाई चल रही थी .. इन जनाब ने कहा की भारत मे कोई भी किसी भी मामले पर कोर्ट मे चला जाता है और जनहित याचिका लगा देता है जिससे भारत मे निवेश का माहौल खराब होता है ..

फिर कोर्ट ने इन्हें सोच समझकर बोलने को कहा और कहा की क्या आपकी सरकार आम नागरिको से न्याय मांगने के अधिकार या लोगो के लिए अदालतों के दरवाजे बंद करने की सोच रखती है ? क्या केन्द्र सरकार चाहती है की कोई किसी मामले पर अदालत का दरवाजा न खटखटाये ? सुप्रीम कोर्ट ने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी खुद गुजरात मे कई कम्पनियों के जमीन देने के मामले पर गुजरात सरकार के खिलाफ हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट मे गयी है . तो क्या केन्द्र सरकार इस देश मे दो नीतियो को लागू करती है ?

फिर इसने कहा कि भारत की निवेश की ईमेज पूरे विश्व मे खराब हो रही है . और गुलाम मुहम्मद ने अपने दलील मे बराक ओबामा की उस टिप्पड़ी को शामिल किया जिसमे ओबामा ने कहा था की भारत मे निवेश के लिए माहौल बहुत खराब है .. और कहा की अब तो ओबामा भी भारत मे निवेश के लिए अच्छा माहौल चाहते है .

फिर तो जैसे सुप्रीम कोर्ट की खोपड़ी शार्ट हो गयी .. जज ने इसे इतना लताड़ा की अगर कोई इज्जतदार शक्स होता तो तुरंत इस्थीपा दे देता |

सुप्रीम कोर्ट ने कहा की क्या अब भारत के कायदे कानून ओबामा के अनुसार चलेंगे ? क्या आप ओबामा के लिए केस लड़ रहे है या भारत सरकार के लिए ? ओबामा के बयान पर क्या भारत सरकार अपनी पॉलिसी बदल देगी ?

आइन्दा आप दलील देते समय ध्यान रखे की आप एटार्नी जनरल है और आप सुप्रीम कोर्ट मे दलील दे रहे है नही तो सुप्रीम कोर्ट आपके खिलाफ केन्द्र सरकार से शिकायत करेगी |

लेकिन चूँकि कांग्रेसी जन्मजात बेशर्म होते है इसलिए इनको शर्म कैसे आएगी ?

1 comment:

Unknown said...

खाग्रेस और उससे जुड़े लोगों के खून में भ्रष्टाचार ऐसे मिक्स हुआ है जैसे गोबर में कीड़े, गटर में गन्दगी और शराब में नशा !! किसी भी सरकारी काम में भ्रष्टाचार नहीं किया तो उनका ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है, दिल की धड़कने तेज होने लगती है, खाना हजम नहीं होता, जुलाब लगाने शुरू होते है, पेट में अग्नि भड़कता है....क्या करें वे भी? हर्राम के खाने की आदत जो पड़ गयी है !!