Sunday 1 July 2012

क्या आद्योगिक विकास हवा में होता है ??? फेक्ट्रिया हवा में लगाईं जाती है??? गुजरात खान्ग्रेस के तीनों तिकडमबाज नेता किसी भी मुद्दे को गलत तरीके से और जूठे मुद्दे बना कर पेश करने में बहोत माहिर है| गुजरात में नरेन्द्र मोदी सरकार ने जो आद्योगिक विकास किया है उसकी तुलना में कोई भी राज्य नहीं आ सकता| अब जब बात विकास की आती है और वो भी भाजपा द्वारा और उस पर भी नरेन्द्र मोदी द्वारा किया गया हो तो खान्ग्रेस के पेट में बल तो पड़ने ही है| गुजरात में कई बड़े उध्योगपतिओ ने निवेश किया है और उनको सरकार ने सरकारी नितिओ के तहत ही जमीन और सुविधाएँ दी है|



गुजरात खान्ग्रेस के तिकडमबाज नेताओ से ये देखा नही जा रहा| अब उनका पेट का दर्द सही जगह से बहार आने की बजाय मुह से बहार आ रहा है| इनका कहेना है की मोदी सरकार ने इन सब को मुफ्त के भाव जमीन दे दी है| और दिन रात एक ही राग आलापते है की “हिसाब दो .. जवाब दो..”

अब हम उनसे ये हिसाब और जवाब मांगते है की.....

* १९९३ में तत्कालीन मुख्यमंत्री चिमनभाई पटेल की कोंग्रेस समर्थित सरकार ने “अदानी” ग्रुप को ९४०००००० स्क्वे.मीटर जमीन ५० पैसे/स्क्वे.मीटर के भाव से क्यों दे दी थी?
* कोंग्रेस समर्थित सरकार ने कच्छ में एक सीमेंट कंपनी को ७३००००० स्क्वे.मीटर जमीन ५० पैसे/स्क्वे.मीटर क्यों दी थी?
*इसी “अदानी” ग्रुप को इसी शंकर वाघेला ने १९९७ में १२००००० स्क्वे.मीटर जमीन १ रूपया/स्क्वे.मीटर के भाव पे क्यों दे दी थी???
*१९९७ में इसी कांग्रेस समर्थित सरकार ने एक और कम्पनी को २०२०००० स्क्वे.मीटर जमीन १ रूपया/स्क्वे.मीटर क्यों दी थी???
*इसी “अदानी” ग्रुप को राजस्थान की कोंग्रेस सरकार ने ६७३०००० स्क्वे.मीटर और महारष्ट्र की कांग्रेस सरकार ने ३४००००० क्यों दी थी?

 

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