मित्रों , रामलीला मैदान मे कांग्रेस के ईशारे पर हुयी हैवानियत और बर्बरता परसुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कांग्रेस के सभी प्रवक्ता कैसे नीच तिवारी और कई केंद्रीय मंत्री अब ये कह रहे है कि सुप्रीम कोर्ट ने सरकार पर और गृह मंत्रालय पर कोई सवाल नही उठाया बल्कि दिल्ली पुलिस पर सवाल उठाया है |
मित्रों सच मे अगर किसी कांग्रेसी के गले मे जूते की माला पहनकर , बाल मुंडवाकर . गदहे पर बैठाकर और जूता मारते हुए बाज़ार मे घुमाया जाये तो शाम को घर आकर कांग्रेसी अपनी बीबी से बोलेगा ..आज तो मेरी बेइज्जती बस होते होते बच गयी .. उन लोगो ने मेरे पिछवाड़े लाल मिर्ची नहीं घुसेड़ी बस गदहे पर घुमाया |
फैज ने एक बार लिखा था जो शायद इन्ही कांग्रेसो पर था
"एक हम है जो शर्मोहया से शर्मशार हुए जाते है ... शर्म मगर उनको क्यों आती नही "
तो क्या ये नीच कांग्रेस इन सवालों का जबाब देगी ?
१- क्या पुलिस सरकार का अंग नहीं है ? क्या दिल्ली पुलिस केंद्रीय गृहमंत्रालय के अधीन नही आता है ?
२- क्या कांग्रेस और केन्द्र सरकार यही कहना कह रही है कि अब सरकार का पुलिस पर कोई नियंत्रण नही है ? पुलिस अपनी मनमर्जी से काम करती है ? अगर ऐसा है तो ये बहुत खतरनाक है |
३- सुप्रीम कोर्ट ने कई जगह सरकार और लोकतंत्र पर गम्भीर टिप्पड़ीयाँ की है खुद कांग्रेसी चैनल स्टार न्यूज़ ने कल ये दिखाया |
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