Sunday, 11 March 2012

गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष का नाम अर्जुन झूठवाडिया हों चूका है क्योकि ये सिर्फ झूठ बोलते है

गुजरात कांग्रेस ने नेताओ खासकर अर्जुन मोधवाडिया के झूठ का पर्दाफाश :-

झूठ #१ -- गुजरात के हर निवासी के सर पर बारह सौ का कर्ज है
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हा हा हा हा !! लगता है कांग्रेसियो को अर्थशास्त्र और संवैधानिक प्रक्रिया या तो मालूम नहीं है या ये जानबूझकर जनता को बरगलाते है ..
इकोनॉमिकस मे कई तरह की अर्थव्यवस्थाओ का जिक्र है ..आज़ादी के बाद भारत ने "घाटे की अर्थव्यवस्था" को अपनाया .. किसी भी राज्य सरकार या केंद्र सरकार का किसी भी वित्तीय वर्ष का कुल खर्च उसके कुल आय से ज्यादा होता है .फिर सरकारों को अपने बजट मे नयी योजनाओ के लिए भी पैसा चाहिए ..इसलिए सरकारे एक घाटे का बजट पेश करती है ..फिर सदन एक लेखानुदान प्रस्ताव मंजूर करता है ..ये प्रक्रिया इस देश मे पिछले ६३ सालो से चल रही है .. अगर अर्जुन मोधवाडिया के बातों को सच माने तो केंद्र सरकार के घाटे के बजट ने अनुसार इस देश के हर एक नागरिक के माथे चालीस हज़ार रूपये का कर्ज उसके पैदा होते ही उसके उपर हों जाता है ....और इसकी कांग्रेस की राजस्थान और दिल्ली मे भी यही हाल है ..
इसलिए मित्रों ये एक अफवाह शंकर सिंह वाघेला और अर्जुन मोधवादिया फैला रहे है ..

झूठ # २- गुजरात के योजनाओ के लिए पैसा केन्द्र की कांग्रेस सरकार भेजती है ..
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तो क्या केंद्र सरकार को पैसा सोनिया गाँधी के बाप इटली से भेजते है ????
क्या केंद्र सरकार को पैसा सोनिया गाँधी के बाप इटली से देते है ? आखिर कांग्रेस के लोग बार बार किसी भी योजना को केन्द्र सरकार की बता कर और केंद्र के द्वारा दिए गए पैसे से बता कर क्या साबित करना चाहते है ?? केंद्र सरकार के पास पैसा आता कहा से है ? गुजरात से केंद्र सरकार को सबसे ज्यादा आयकर , एक्साइज , सर्विस टैक्स . पोर्ट टैक्स , कस्टम , के रूप मे जाता है ..यदि गुजरात से १०० रूपये केन्द्र मे जाता है तो केन्द्र उसके सामने सिर्फ ७२ पैसे ही गुजरात भेजती है ..सबसे कम टैक्स कश्मीर से आता है और केन्द्र सरकार सबसे ज्यादा फंड कश्मीर को देती है .. सभी राज्य अपने राज्य के लिए योजना आयोग को नई योजनाये बना कर भेजते है और फिर केन्द्र उस योजना की फंडिंग करती है ..ये प्रक्रिया इस देश के संविधान मे लिखी है ..और पिछले ६३ साल से ये देश इसी तरह चल रहा है ...कांग्रेस गुजरात को पैसे देकर गुजरात के उपर कोई एहसान नहीं कर रही है ..बल्कि गुजरात का हक है ..आप एक बार केन्द्र राज्य आयोग और योजना आयोग के बारे मे पहले अच्छी तरह पढ़ ले ..फिर आप ऐसी बहकी बाते करे ..इस देश मे कुल १०४ तरह के टैक्स वसूले जाते है जिसमे ८७ तो केन्द्र सरकार वसूलती है ..
इस देश के लिए हर एक राज्य का एक साल के कुल योजनाओ जिसमे नई और चालू दोनों योजनाओ की हर साल समीछा बैठक होती है .फिर उस राज्य का कुल अनुदान मंजूर होता है ..ये हमारे संविधान मे लिखा है ..संविधान मे कई सौ पन्ने सिर्फ केंद्र राज्य संबंधो पर है ..
केन्द्र की यूपीए सरकार गुजरात या किसी भी दूसरे राज्य के साथ कोई अहसान नहीं कर रही है ..केन्द्र से पैसा मिलना हर राज्य का हक है .. इस देश मे ६३ साल मे से कुल आठ साल राज नहीं था तो क्या उस समय अभी राज्य भूखो मरते थे ??


झूठ #३ :- गुजरात मे एक लाख करोड का भ्रस्टाचार मोदी ने किया है
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अर्जुन भाई और शंकर भाई आप को किसी ने मोदी सरकार के खिलाफ एफ आई आर करने से रोका है ?? आप लोग बार बार कहते हों कि कैग ने गुजरात सरकार के उपर एक लाख करोड का भ्रष्टाचार बताया है ..तो आप को ये भी मालूम होना चाहिए कि कैग के रिपोर्ट के आधार पर कोई भी इंसान किसी भी थाने मे भ्रस्टाचार निरोधक कानून के तहत रिपोर्ट दर्ज करवा सकता है .क्योकि कैग एक संवैघानिक संस्था है ..आज ए राजा अगर जेल मे है तो सिर्फ कैग के रिपोर्ट की वजह से ही है ...कैग के रिपोर्ट पर केन्द्र किसी भी सरकार को बर्खास्त कर सकती है ..मधु कोड़ा की सरकार कैग की रिपोर्ट से ही गयी ..तो फिर कांग्रेस मोदी सरकार पर मेहरबानी क्यों कर रही है ?
क्योकि कैग ने कोई भार्स्ताचार की बात नहीं की है ..हाँ जब भी कैग आडिट करती है तो अगर किसी चीज पर कैग संतुस्ट नहीं हों तो वो क्युरी और शो काज नोटिस उस राज्य सरकार को भेजती है .फिर राज्य सरकार को उसका स्पस्टीकरण देना होता है ..
गुजरात मे कुछ परियोजनाये जैसे साबरमती रिवर फ्रंट बहुत सालो से चल रही है ..इसलिए इनका बजट बढ़ जाता है ..कैग ने इसी बात पर राज्य सरकार से जबाब माँगा था ..जो उसे बाद मे मिल गया ..
मै फिर कहता हूँ कि अगर गुजरात मे भ्रष्टाचार और जंगल राज्य है तो क्या केंद्र सरकार के हाथो मे दही जमा है ?? वो चाहे तो एक मिनट मे बर्खस्त कर सकती है ..लेकिन कांग्रेस की हिम्मत क्यों नहीं हों रही है ?? पहले तो एक छिक पर कांग्रेस राज्य सरकारों को बर्खास्त किया करती थी ..


झूठ #४ ..अदानी को मोदी ने गुजरात लूटने के लिए दे दिया है
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मित्रों , आप लोग मेरे फोटो मे जाकर देखिये .गौतम अदानी के साथ राबर्ट वढेरा के कम से कम १० फोटो मैंने डाल रखे है .. रावर्ट वढेरा कई बार मुंद्रा पावर और मुंद्रा पोर्ट का विसिट आखिर क्यों करता है ? आखिर अदानी जो बिजली तीन रूपये मे बनाएगा वही बिजली हरियाणा की कांग्रेस सरकार आठ रूपये मे क्यों खरीदने के सम्झाओता पर दस्तखत किया ?? आखिर राबर्ट वढेरा अहमदबाद अदानी से मिलने बार बार क्यों आता है ?? मुंद्रा से हरियाणा तक जो हाई टेंसन के खंभे लग रहे है तो गुजरात सरकार जिस भी किसान के खेत मे खंभे लग रहे है उसे बाजार भाव से पाच गुना मुवावजा देने के लिए आदनी से करार किया है ..लेकिन राजस्थान और हरियाणा मे कांग्रेसी सरकारे किसानो को एक पैसा भी मुवावजा नहीं दे रही है ...
अगर राबर्ट वढेरा की बिजनस प्रोफाइल देखे तो फिर रावर्ट और अदानी दूर दूर तक कही सामान नहीं है ..फिर भी बार बार इनके बीच मीटिंग का क्या रहस्य है ??
किसी भी पोर्ट के बारे मे कर या छूट जहाजरानी मंत्रालय के हाथ मे होता है ना की राज्य सरकार के हाथ मे ..फिर अदानी के मुंद्रा पोर्ट को केन्द्र की कांग्रेस सरकार छूट क्यों देती है ??

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