Saturday, 7 April 2012

नेहरु और नेहरु का गुरु दोनों ही अंग्रेजो के दलाल थे .. देश की आज़ादी मे इन दोनों गुरु घंटालो का कोई योगदान नही था .. इन दोनों ने अंगेजो की एक लाठी तक नही खाई है .

मित्रों याद रखो .. नेहरु और नेहरु का गुरु दोनों ही अंग्रेजो के दलाल थे .. देश की आज़ादी मे इन दोनों गुरु घंटालो का कोई योगदान नही था .. इन दोनों ने अंगेजो की एक लाठी तक नही खाई है .. जेल मे नाम पर पूना के आगा खा पैलेस मे ऐयाशी करते थे ..

फिर नेहरु की प्रधानमंत्री बनने की जिद ने ही इस देश के दो टुकड़े करवा दिये .. आज ये नकली गाँधी खानदान को अपने आपको मुसलमानों का सबसे बड़ा हितैषी मानता है अगर उस वक्
...क्त एक मुसलमान मो. अली जिन्ना को इस देश का प्रधानमंत्री बना देता तो इस देश के आज तीन टुकड़े नही होते .. सब जानते थे कि जिन्ना को कैंसर है और वो सिर्फ चंद महीनो ही जिन्दा रहने वाले है और पाकिस्तान बनने के सिर्फ छह महीने बाद ही उनका निधन हो गया था |

भारत की आजादी के मुख्य पांच कारण माने जाते है.

१) द्वितीय विश्व युद्ध के बाद विश्व में दो नई महा शक्तिया अमेरिका और सोवियत संघ उभर कर सामने आई और वो दोनों भारत के आजादी के पक्ष में थी.


२). इंग्लैंड में कंजर्वेटिव पार्टी के स्थान पर लेबर पार्टी ने सरकार का गठन किया, जिसके अधिकांश नेता भारत की आजादी के पक्ष में थे. लेबर पार्टी के अध्यक्ष क्लीमेंट एटली ने अपने पार्टी के घोषणा पत्र मे कहा था कि अगर वो सत्ता मे आते है तो ब्रिटेन की उपनिवेशवाद नीति को खत्म करके सभी देशो को आजाद कर देंगे |
३). ब्रिटेन द्वितीय विश्व युद्ध में विजयी रहा था, परन्तु लगातार ६ साल तक युद्ध में खून बहाने के बाद उसके सैनिक भारत की स्वतंत्रता संग्राम को रोकने के लिए और अपना खून नहीं बहाना चाहते थे.

४). ब्रिटिश भारतीय सरकार भारतीय सैनिको को भारतीय राष्टीय अन्दोनल में शामिल होने से नहीं रोक सकती थी..

५- नेताजी बोस के द्वारा आजाद हिंद फ़ौज बनाकर अंग्रेजो पर हमला करना भी एक बड़ा करण था .. अंग्रज डर गए थे की नेताजी से प्रेरणा लेकर कई और नेताजी पैदा हो सकते है |

ये ५ कारन है आजादी के. अब आप ही बताये की इसमें से क्या चीज गाँधी या नेहरु ने किया था?

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