Thursday 19 April 2012

अगर अहमद पटेल इतने ताकतवर है कि चीन और अमेरिका के कानून तक बदलवा सकते है तो फिर कश्मीर समस्या उनके लिए तो एक चुटकी का खेल होनी चाहिए ??



मित्रों जैसा कि हम सब जानते है कि कांग्रेस ने चमचो की एक पूरी श्रृखंला बनी होती है ..किसी बड़े नेता के कुछ छोटे नेता तलवे चाटते है फिर उन छोटे नेताओ के और छोटे नेता चमचागिरी करते है फिर उनके भी कुछ स्थानीय नेता चमचागिरी करते है और उनके फिर कुछ झोला छाप ले भागू नेता चमचागिरी करते है ..  

मतलब नीचे से लेकर तलवे चट्टुओ और चमचो की एक पूरी टीम होती है ..जिसके अनंतिम छोर पर मैडम सोनिया गाँधी अपना "चढावा पात्र " लेकर बैठी होती है , जहा कुछ गिने चुने और चमचागिरी मे पीएचडी किये हुए दलाल टाइप नेता ही पहुच सकते है ..

सब जानते है कि सोनिया गाँधी सिर्फ अहमद पटेल के कहने के अनुसार ही कोई काम करती है क्योकि अहमद पटेल सोनिया गाँधी के "राजनितिक सचिव" है ..[ भाई कोई पद का नाम देना ही पडेगा ]


अब गुजरात मे ही नहीं बल्कि पूरे भारत के कांग्रेसियो मे अहमद पटेल की चमचागिरी और चाटुकारिता करने मे कांग्रेसियो मे एक अंदरूनी प्रतिस्पर्धा शुरू हों चुकी है .. सब कांग्रेसी सोचते है कि मैडम तक तो नहीं पहुच सकते तो मैडम के चमचे की ही कशीदे पढ़ो ...   गुजरात मे चुनाव दिसम्बर मे होने है .. और अभी से सारे कांग्रेसी इस दुनिया के किसी भी देश मे जो कुछ भी हों रहा है उसका  श्रेय अहमद पटेल को देने लगे है ..


१- जब चीन ने १२ गुजराती व्यापारियो को छोड़ा तो गुजरात कांग्रेस के सभी नेता कहने लगे कि अहमद पटेल मे दबाव मे चीन अपने कानून बदलने पर मजबूर हों गया .. वाह रे अहमद पटेल चीन जैसी ताकत को भी आप ने उसका कानून ही बदलवा दिया !!


२- जब बेल्जियम ने दुनिया के सबसे बड़े हीरे का केन्द्र एंटवर्प जाने के लिए गुजरात के व्यापारियो को वीजा ओन अराइवल की सुविधा दी तब भी गुजरात कांग्रेस ने नेता कहने लगे कि अहमद पटेल ने अपने ताकत का इस्तेमाल करके बेल्जियम को अपना कानून बदलने पर मजबूर कर दिया ..


३- जब कतर ने राजा ने नरेंद्र मोदी से कई बैठके करके दहेज मे दुनिया का सबसे बड़ा एलएनजी टर्मिनल बनाया तो भी गुजरात कांग्रेस के नेता कहते है कि अहमद पटेल ने अपनी ताकत से कतर के शेख को गुजरात आने पर मजबूर कर दिया ..


४- जब मलेशिया की सबसे बड़ी सरकारी कम्पनी पेट्रोनास ने दहेज मे दुनिया का सबसे बड़ा यूरिया प्लांट लगाया तो गुजरात कांग्रेस ने नेता कहने लगे की अहमद पटेल ने मलेशिया के प्रधनमंत्री को फोन करके हुक्म दिया कि कल ही तुम्हे गुजरात मे निवेश करना है नही तो .....


५- जब अमेरिका ने एच -१ और दूसरे श्रेणी के कई वीजा मे गुजरात का कोटा दोगुना कर दिया तब भी गुजरात कांग्रेस के नेताओ ने कहा कि अहमद भाई ने बराक ओबामा को फोन कर बोल दिया कि वीजा का कोटा बढनी चाहिए नहीं तो ....... फिर तो बराक को पसीने छूट गए !!


६- वाजपेयी जी ने दिल्ली मुंबई फ्रेट कोरिडोर और गोल्डन क्वाडीलेटरल योजना के तहत जब नेशनल हाइवे संख्या -८ को सिक्स लेन और सुपरफास्ट रफ्तार से वाहनों के चलने के लिए कई हज़ार करोड रूपये का बजट रखा था और वाजपेयी के समय से ही काम शुरू हों गया करीब ७०% काम वाजपेयी जी के समय मे पूरा हों भी चूका था ..फिर भी गुजरात कांग्रेस के नेता अपने विज्ञापनों मे इसे अहमद पटेल के प्रयासों से हुआ बताते है ..


७- नरेंद्र मोदी जी ने जब गुजरात के आठ पोर्ट पिपावाव ,मुंडा, कंदला ,हजीरा , दहेज , सिक्का , धोलेरा , घोघा  और उनके आस पास के छेत्रो मे बड़े बड़े उद्योग लगाने के लिए गुजरात कोस्टल एरिया डेवलपमेंट एक्ट कानून बनाया और इन छेत्रो मे उद्योगों को कई आकर्षित पैकेज देकर लगवाया तो उसे भी गुजरात कांग्रेस के नेता अहमद पटेल के प्रयासों से हुआ बताते है .



मित्रों , मै सोचता हूँ अब अहमद भाई पटेल इतने ताकतवर है जो अमेरिका , चीन , बेल्जियम जैसे देशो के कानून बदलवा सकते है तो फिर अहमद भाई के लिए कश्मीर समस्या क्या है ? फिर भारत को सेना की जरूरत ही क्या है ? जब भी कभी युद्ध हों तो अहमद पटेल को सीमा पर तैनात कर देना चाहिए ..अहमद भाई एक फूंक मारेंगे तो पूरी पाकिस्तान की सेना ही उड़ जायेगी ...


लेकिन अगर गुजरात मे कांग्रेस सत्ता पर नहीं है फिर भी अहमद पटेल के प्रयासों से ही गुजरात का विकास हों रहा है तो फिर गुजरात के जनता ले लिए अच्छा है कि जिंदगी भर कांग्रेस गुजरात मे विपक्ष मे ही रहे ताकि अहमद पटेल के प्रयासों से ऐसा ही विकास होता रहे ..


अगर अहमद पटेल ही गुजरात का सारा विकास कर रहे है तो फिर कांग्रेस क्यों गुजरात मे सत्ता पर आने के लिए कुत्ते जैसी मेहनत कर रही है ?

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