राहुल सचमुच डब्बा और बोतल है !!!!!!!!!
यह हम नहीं कह रहे बल्कि कांग्रेस के अंदर राहुल गांधी के राजनीतिक कैरियर का देखभाल करनेवाले नेता कैप्टन सतीश शर्मा का एक राजनीतिक चमचा कह रहा है. वह भी हमसे आपसे नहीं बल्कि एक अमेरिकी राजनयिक से. वह राजनीतिक चमचा कोई और नहीं बल्कि वही नचिकेता कपूर है जिसने अमेरिकी राजनयिक से बातचीत में यह खुलासा किया था कि हम परमाणु बिल को पास कराने के लिए पैसा लेकर घूम रहे हैं और अमेरिका निश्चिंत रहे इस काम में सोनिया राहुल सब अमेरिका के साथ खड़े हैं.
इसी नचिकेता कपूर ने 23 अप्रैल 2007 को एक अमेरिकी राजनयिक से बात करते हुए कहा है कि "कांग्रेस के अंदरखाने में इस बात को लेकर बेहद बेचैनी है कि राहुल गांधी ऐसा कुछ नहीं है कि वे प्रधानमंत्री बन सकें. इसलिए इन नेताओं के लिए उम्मीद की किरण राहुल गांधी में नहीं बल्कि नेहरू गांधी परिवार की एक और सदस्य प्रियंका गांधी में नजर आ रही है. वे राजनीति में प्रियंका के आने का इंतजार कर रहे हैं."
अमेरिकी राजनयिक से नचिकेता कपूर की यह बातचीत उस वक्त हो रही है जब उत्तर प्रदेश में चुनाव थे और राहुल गांधी के रोड शो करवाये जा रहे थे. अमेरिकी राजनयिक इस सूचना के आधार पर यह निष्कर्ष निकालता है कि राहुल गांधी की राजनीतिक शुरूआत बहुत कमजोर और अनिच्छा से हुई है.
नचिकेता कपूर अमेरिकी राजनयिक से कहता है कि "राहुल गांधी के राजनीतिक बयान मनमानी होते हैं, वे पहले से तैयारी करके कोई बात नहीं बोलते हैं. राहुल गांधी अपने लिए तैयार किये गये राजनीतिक बयानों को बोलने से मना करते हैं." राजनयिक से नचिकेता कपूर यह भी कहता है कि राहुल गांधी का कोई नजदीकी मित्र या सलाहकार नहीं है क्योंकि वे बहुत घमण्डी और अड़ियल हैं. वे अपने स्टाफ से भी दूर ही रहते हैं." अमेरिकी राजनयिक से नचिकेता कपूर कहता है कि "राहुल गांधी का राजनीति में कोई भविष्य नहीं है. उनके अंदर राजनीतिक योग्यता बिल्कुल भी नहीं है, और वे कभी इस देश के प्रधानमंत्री नहीं बन सकते." नचिकेता कपूर आगे कहता है कि "अगर कांग्रेस चाहे भी तो राहुल गांधी को कभी प्रधानमंत्री नहीं बना सकती क्योंकि कांग्रेस के पास केन्द्र में बहुमत नहीं है और वह अपने सहयोगियों पर निर्भर है." नचिकेता कपूर कहता है "राहुल का समय आकर जा चुका है." इसलिए कांग्रेस के कर्णधार अब प्रियंका गांधी की तरफ उम्मीद भरी नजरों से देख रहे हैं.
राहुल गाँधी का दलित प्रेम भी सचमुच एक नौटंकी है .. उनका स्टाफ पहले से ही गुपचुप तरीके से दलित के झोपड़े में मिनरल वाटर , फाइव स्टार होटल का खाना , नर्म बेड , आदि सुख सुबिधा का इंतजाम कर देता है.. फिर खरीदी हुई मीडिया को "बाइट" दे दी जाती है .. जो एक रास्ट्रीय ब्रेकिंग न्यूज़ बन जाती है "राहुल गाँधी ने पूरी रात दलित के झोपड़े में गुजारी" .. लेकिन कैसे गुजारी ये किसी को नहीं पता ..
नचिकेता कपूर कुछ गलत तो नहीं कह रहा है?
यह हम नहीं कह रहे बल्कि कांग्रेस के अंदर राहुल गांधी के राजनीतिक कैरियर का देखभाल करनेवाले नेता कैप्टन सतीश शर्मा का एक राजनीतिक चमचा कह रहा है. वह भी हमसे आपसे नहीं बल्कि एक अमेरिकी राजनयिक से. वह राजनीतिक चमचा कोई और नहीं बल्कि वही नचिकेता कपूर है जिसने अमेरिकी राजनयिक से बातचीत में यह खुलासा किया था कि हम परमाणु बिल को पास कराने के लिए पैसा लेकर घूम रहे हैं और अमेरिका निश्चिंत रहे इस काम में सोनिया राहुल सब अमेरिका के साथ खड़े हैं.
इसी नचिकेता कपूर ने 23 अप्रैल 2007 को एक अमेरिकी राजनयिक से बात करते हुए कहा है कि "कांग्रेस के अंदरखाने में इस बात को लेकर बेहद बेचैनी है कि राहुल गांधी ऐसा कुछ नहीं है कि वे प्रधानमंत्री बन सकें. इसलिए इन नेताओं के लिए उम्मीद की किरण राहुल गांधी में नहीं बल्कि नेहरू गांधी परिवार की एक और सदस्य प्रियंका गांधी में नजर आ रही है. वे राजनीति में प्रियंका के आने का इंतजार कर रहे हैं."
अमेरिकी राजनयिक से नचिकेता कपूर की यह बातचीत उस वक्त हो रही है जब उत्तर प्रदेश में चुनाव थे और राहुल गांधी के रोड शो करवाये जा रहे थे. अमेरिकी राजनयिक इस सूचना के आधार पर यह निष्कर्ष निकालता है कि राहुल गांधी की राजनीतिक शुरूआत बहुत कमजोर और अनिच्छा से हुई है.
नचिकेता कपूर अमेरिकी राजनयिक से कहता है कि "राहुल गांधी के राजनीतिक बयान मनमानी होते हैं, वे पहले से तैयारी करके कोई बात नहीं बोलते हैं. राहुल गांधी अपने लिए तैयार किये गये राजनीतिक बयानों को बोलने से मना करते हैं." राजनयिक से नचिकेता कपूर यह भी कहता है कि राहुल गांधी का कोई नजदीकी मित्र या सलाहकार नहीं है क्योंकि वे बहुत घमण्डी और अड़ियल हैं. वे अपने स्टाफ से भी दूर ही रहते हैं." अमेरिकी राजनयिक से नचिकेता कपूर कहता है कि "राहुल गांधी का राजनीति में कोई भविष्य नहीं है. उनके अंदर राजनीतिक योग्यता बिल्कुल भी नहीं है, और वे कभी इस देश के प्रधानमंत्री नहीं बन सकते." नचिकेता कपूर आगे कहता है कि "अगर कांग्रेस चाहे भी तो राहुल गांधी को कभी प्रधानमंत्री नहीं बना सकती क्योंकि कांग्रेस के पास केन्द्र में बहुमत नहीं है और वह अपने सहयोगियों पर निर्भर है." नचिकेता कपूर कहता है "राहुल का समय आकर जा चुका है." इसलिए कांग्रेस के कर्णधार अब प्रियंका गांधी की तरफ उम्मीद भरी नजरों से देख रहे हैं.
राहुल गाँधी का दलित प्रेम भी सचमुच एक नौटंकी है .. उनका स्टाफ पहले से ही गुपचुप तरीके से दलित के झोपड़े में मिनरल वाटर , फाइव स्टार होटल का खाना , नर्म बेड , आदि सुख सुबिधा का इंतजाम कर देता है.. फिर खरीदी हुई मीडिया को "बाइट" दे दी जाती है .. जो एक रास्ट्रीय ब्रेकिंग न्यूज़ बन जाती है "राहुल गाँधी ने पूरी रात दलित के झोपड़े में गुजारी" .. लेकिन कैसे गुजारी ये किसी को नहीं पता ..
नचिकेता कपूर कुछ गलत तो नहीं कह रहा है?
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